ठाणे. महाराष्ट्र के ठाणे शहर में नगर निगम द्वारा संचालित अस्पताल में भर्ती 18 मरीजों की 24 घंटे के भीतर मौत को लेकर हड़कंप मच गया है. यह घटना ठाणे के कलवा में सरकारी छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल (सीएसएमएम) अस्पताल में हुई, जहां 10 अगस्त को एक दिन के भीतर पांच मरीजों की मौत हो गई थी. इसके बाद मौत का सिलसिला नहीं थमा और बीते 24 घंटे में 18 मरीजों की मौत से आक्रोश फैल गया. इस घटना पर अब राजनीतिक बयान भी सामने आ रहे हैं. वहीं सरकार ने मामले की जांच और लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की बात कही है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने मौतों पर शोक व्यक्त किया और समय पर कार्रवाई नहीं करने के लिए जिला प्रशासन की आलोचना की. शरद पवार ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘यहां पिछले कुछ दिनों में 5 मरीजों की मौत की घटना सामने आई थी. इसके बाद ठाणे नगर निगम के कोपारी स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में कल रात दिल दहला देने वाली घटना हुई जहां 17 मरीजों की मौत हो गई. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रशासन तब भी नहीं जागा जब पिछले कुछ दिनों में 5 मरीजों की मौत की घटना ताजा थी. मैं मृतकों के परिवारों के दुख में शामिल हूं और अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.’
आईसीयू में भर्ती थे अधिकांश मरीज
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मरने वाले अधिकांश मरीज आईसीयू में भर्ती थे. नगर निगम आयुक्त अभिजीत बांगर ने कहा, ‘पिछले 48 घंटे में 18 लोगों की मौत हुई है. कुछ मृतक मरीजों का पहले से ही विभिन्न स्थितियों जैसे क्रोनिक किडनी रोग, निमोनिया, मिट्टी के तेल के विषाक्तता, सड़क दुर्घटनाओं और अन्य कारणों से इलाज चल रहा था.’
मंत्री बोले- लापरवाही मिली तो कार्रवाई होगी
महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा, ‘हमारी सहानुभूति परिवारों के साथ है. अगर कोई लापरवाही पाई जाती है, तो कार्रवाई की जाएगी और मुआवजा भी. रिपोर्ट के अनुसार, नागरिक अधिकारियों ने कहा कि वे मौतों के कारणों का विश्लेषण कर रहे हैं. इसके पहले गुरुवार को अस्पताल में भीड़ जमा हो गई थी और अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया गया कि ‘लापरवाही’ के कारण एक दिन में पांच लोगों की मौत हो गई.