प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में यमुनापार क्षेत्र के बारा तहसील मुख्यालय पर एक अनोखी शादी खासी चर्चा में है. यहां के एक मंदिर में जाकर जीजा ने अपनी ही साली से ब्याह रचा लिया. ये शादी कोई छिप छिपाकर नहीं बल्कि दोनों के परिवार की सहमति और अपनी पत्नी यानि नवविवाहिता साली की बड़ी बहन के सामने ही की गई है. युवक ने अपनी पहले से ही पत्नी के सामने ही उसकी छोटी बहन की मांग में सिंदूर भरा और विधिवत विवाह की रस्मों को पूरा किया. बहन के ही सौतन बनने का ये मामला फिलहाल सुर्खियां बन गया है. फिलहाल तो युवक अपनी पहली पत्नी के साथ उसी की छोटी बहन को नई दुल्हन बनाकर खुशी खुशी अपने घर पहुंच गया है.
दरअसल, पूरा मामला यमुनापार क्षेत्र के बारा तहसील मुख्यालय में स्थित मंदिर का है. बताया गया है कि जीजा और साली के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध रहे हैं. इसी के बाद वह सामाजिक बंधनों को तोड़कर एक दूजे के हो लिए. अपने पति और बहन के बीच के संबंधों की जानकारी उनकी पत्नी रानी भारतीयता को पहले से ही थी, इसलिए उसने भी कोई विरोध नहीं किया. उसकी सहमति के बाद ही दोनों बहनों ने एक ही वर के साथ जीवन गुजारने का फैसला ले लिया.
जानकारी के अनुसार राजकुमार भारतीयता बारा थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला है, तो वहीं उसकी प्रेमिका सिया भी नैनी थाना की रहने वाली है. प्रेमी युवक की शादी पहले से ही हो चुकी थी और एक बेटी भी है. शादी के समय वर वधु पक्ष के परिजनों के साथ साथ प्रेमी युवक की पहली पत्नी भी मौजूद थी. लोगों का कहना है कि मंदिर में शादी करने वाले युवक ने अपनी साली युवती के साथ तहसील में परिजनों के समक्ष कोर्ट मैरिज भी की. इसमें पत्नी को ही गवाह बनाया गया.
क्षेत्र में हो रही शादी की खूब चर्चा
मंदिर से दो पत्नियों के साथ निकले पति को लेकर अब क्षेत्र के लोगों में खासी चर्चा हो रही है. लोगों का कहना है कि बड़ी बहन ने अपनी ही छोटी बहन को सौतन के रूप में कैसे कुबूल कर लिया? वहीं कानून के जानकारों का अलग ही तर्क है. उनका कहना है कि हिंदू मैरिज एक्ट के तहत एक पत्नी के जीवित रहते दूसरी शादी करना कानूनन वैध नहीं ह. ऐसी शादियों को समाज भी मान्यता नहीं देता है. फिलहाल, लोगों के कहने से क्या? युवक तो अपनी पहली पत्नी के साथ उसी की बहन को नई दुल्हन बनाकर खुशी खुशी अपने घर पहुंच गया है.