निर्वाचन आयोग ने गत 18 जनवरी को त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की थी. त्रिपुरा में 16 फरवरी को मतदान होगा, जबकि मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को वोटिंग होगी. तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों का ऐलान 2 मार्च को एक साथ होगा. त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड विधानसभा चुनाव में एक समानता यह है कि तीनों राज्यों में बहुमत का आंकड़ा 31 है, क्योंकि तीनों राज्यों में विधानसभा सीटों की संख्या 60 है. उम्मीदवार विधानसभा चुनाव के लिए त्रिपुरा में 21 जनवरी से 30 जनवरी तक, मेघालय और नगालैंड में 31 जनवरी से 7 फरवरी तक नामांकन कर सकेंगे. नाम वापसी की आखिरी तारीख त्रिपुरा में 2 फरवरी, और मेघालय-नगालैंड में 10 फरवरी है.
मेघालय में 60 सीटें, बहुमत का आंकड़ा 31
मेघालय में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटें जीती थीं. BJP को यहां महज 2 सीटें ही मिल सकी थीं. नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीईपी) को 19 सीटें मिली थीं. एनपीईपी ने पीडीएफ और एचएसपीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई. तीनों दलों ने मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) बनाया. यहां पिछले तीन महीनों से पार्टियां चुनावी मोड में हैं. कांग्रेस ने 40 और NPP ने 58 उम्मीदवारों की लिस्ट पहले ही जारी कर दी है. बीजेपी ने मेघालय में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
नागालैंड में 60 सीटें, बहुमत का आंकड़ा 31
नगालैंड में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार है. नेफ्यू रियो CM हैं. एनडीपीपी 2017 में अस्तित्व में आई थी. एनडीपीपी ने तब 18 और भाजपा ने 12 सीटें जीती थीं. दोनों दलों ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था. सरकार में एनडीपीपी, भाजपा, NPP और JDU शामिल हैं. पिछले साल दोनों दलों ने जॉइंट स्टेटमेंट में कहा था कि NDPP 40 और भाजपा 20 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेगी. अब बीजेपी ने 20 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है
त्रिपुरा में 60 सीटें, बहुमत का आंकड़ा 31 है
त्रिपुरा में 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. उसे 35 सीटों पर जीत मिली थी. भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया था. पहले बिप्लब कुमार देब CM बनाए गए थे, लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बना दिया गया. आगामी चुनाव में भाजपा को रोकने के लिए CPM और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया है. एक और बड़ी पार्टी ममता बनर्जी की TMC भी है, जो त्रिपुरा चुनाव में ताल ठोकेगी.