शाहनवाज अली – बिहार में नीतीश सरकार के सुशासन में अपराध फल फूल रहा है या यह कहा जाए कि जंगलराज पार्ट2 की शुरुआत राजद के साथ आते ही शुरू हो गया ,क्योंकि बिहार में अपराधियों का तांडव राजद के हर कार्यकाल में चरम पर रहा है ,और नीतीश कुमार की मजबूरी कहें या नाकामी, की नीतीश कुमार की पुलिस अपराधियों पर नकेल लगाने में नाकाम रही है,
और हर रोज एक नए हत्या का अध्याय लिखा जा रहा है हम बात आरा की कर रहे हैं जहां पिछले 10 दिनों में 12 से ज्यादा हत्या हो चुकी है भय के साए में जी रहा आरा आज अपराधियों का गढ़ बन चुका है जहां अब लोगों को सोचने की जरूरत पड़ गई है और लोग अब इस बात को मानने लगे हैं कि राजद के गठबंधन में आते ही हत्या लूट, अपहरण जैसे कांड चरम पर होंगे!
ताजा मामला यहां, जिला मुख्यालय का ही है जहाँ पिछले दिनों आटा मिल में काम कर रहे एक पिता – पुत्र को गोली मार दिया गय। जिसके बाद बेटे की मौत हो गई। इसके बाद इस मामले को लेकर डीएम ने पत्र लिखकर चेतावनी और सुझाव भी जारी है। हालांकि जिलाधिकारी का कहना है कि प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है लेकिन इसके बावजूद भी हत्या का दौर शुरू है और रुकने का नाम नहीं ले रहा है ,आरा मे हुई इस हत्या के बाद इस मामले को लेकर मृत युवक के परिजनों को हौसला देने जाप सुप्रीमो पप्पू यादव आरा पहुंचे। दरअसल, पिछले दिनों आरा के शीतल टोला में अपराधियों ने आकाश पटेल और उसके पिताजी को गोली मार दिया था।
इस घटना में आकाश पटेल की मृत्यु हो गई थी और पिता मौत से जूझ रहे हैं। इसी को लेकर आज पप्पू यादव उनके परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे। इसके साथ ही पप्पू यादव ने पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा भी दिलाया है। पप्पू यादव ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इसकी कड़ी निन्दा करते हैं।
इसके साथ ही पप्पू यादव ने बिहार सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब राज्य सरकार आदमखोर बाघ को गोली मरवा सकती है, पागल हाथी को गोली मरवा सकती है तो फिर इस तरह के कुख्यात अपराधी का एनकाउंटर क्यों नहीं करवा सकती है। उन्होंने कहा कि यदि समाज को सेफ रखना चाहते हैं तो, समाज के कर्मठ युवा को जिंदा रखना चाहते हैं तो इन अपराधियों के लिए शूट एंड साइट का आदेश देना होगा!
इसके आलावा उन्होंने कहा कि, आज जो लोग शराब का कारोबार कर रहे हैं, उनको यह बात बेहद आसान लगता है कि यदि उनकी गिरफ़्तारी होती है तो मालूम हैं कि पैसा भर दो और छूट जाओं या बेल ले लो। बिहार में गेम चल रहा है, अभी जो कुछ भी हो रहा है।
लेकिन, सबसे बड़ा सवाल है कि इनलोगों को हिम्मत कहां से मिल रहा है या इसे कौन संरक्षण दे रहा हैं। वहीं, उन्होंने कहा कि राधा चरण सेठ,अरुण यादव, सुनील पांडेय, हुलास पांडेय भोजपुर में अपराधियों को संरक्षण देते हैं। राज्य सरकार सबकुछ जानते हुए भी चुप रहती है। गांजा का कारोबारी आज एमएलसी बन रहे हैं तो वो शराब का कारोबार तो करेंगे ही। इसलिए सबसे पहले इन लोगों पर कार्रवाई की जरूरत है फिर सबकुछ खुद से सही हो जाएगा। लगातार हो रही इस हत्या पर जिला प्रशासन और सरकार क्या सख्त कदम उठाती है यह देखने वाली बात होगी हालांकि अभी तक किसी भी प्रकार से राहत वाली बात नहीं दिख रही है तमाम बड़े दावों की पोल खुल चुकी है कि प्रशासन कितनी निरंकुश है