गया. बिहार की भूमि कई मायनों में खास है. बिहार के गया जिले में लगने वाला पितृपक्ष मेला पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. गया में फल्गु नदी के किनारे देश-विदेश से लोग पिंडदान करने पहुचते हैं. अब इसी गया की धरती पर भारत का सबसे बड़ा रबर डैम बनाया गया है. इस डैम के बनने के साथ ही सालों से सूखी पड़ी फल्गु नदी में अब 10 फीट तक पानी है. खास बात यह है कि अधिकांश समय सूखी रहने वाली इस नदी में अब सालों भर पानी रहेगा. (फोटो- उत्कर्ष कुमार)यह डैम 400 मीटर चौड़ा और तीन मीटर उंचा है. डैम बनने के बाद करीब ढाई किलोमीटर तक इसका पानी जमा रहेगा. रबर डैम के बनने के बाद विश्वप्रसिद्ध गया में पिंडदान करने आने वाले लोगों को आचमन करने के लिए अब 2 फीट गड्डा नहीं करना होगा.
विश्वप्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के पास डैम- रबड डैम को विश्वप्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के पास बनाया गया है. डैम बनने से फल्गु नदी में अब सालों भर पानी रहेगा. यहां देश विदेश से आने वाले तीर्थयात्री पूर्वजों के तर्पण के साथ आचमन भी कर सकेंगे.
दरअसल, मान्यता है कि फल्गु नदी श्रापित है. यह नदी सीता जी की श्राप की वजह से हमेशा सूखी रहती थी. लेकिन डैम बनने के बाद इसमें अब सालों भर कम से कम दो फीट पानी बहता रहेगा. इस डैम में बरसात के दिनों में बहने वाला पानी जमा होगा. रबर डैम की ऊंचाई तीन मीटर रखी गई है. इसमें तीन मीटर तक पानी रहेगा. इससे अधिक पानी होने पर रबर डैम के ऊपर से पानी डाउन स्ट्रीम यानी उत्तर दिशा की ओर निकल जाएगा. विशेष परिस्थिति में रबर डैम से पानी छोड़ने की व्यवस्था की गई है.बता दें कि रबर डैम एक बैलून के समान होता है. विशेष परिस्थिति में बैलून की हवा निकाले जाने की भी व्यवस्था है. इसे एक कंट्रोल रूम के जरिए ऑपरपेट किया जाएगा. रबड़ डैम में रबरमैमरेन यानि बैलून वाला काम आस्ट्रिया की कंपनी रूबीणा ने तैयार किया है.
विष्णुपद मंदिर के सामने बने इस डैम को शुद्ध रखने का प्रयास किया गया है. यही वजह है कि गया शहर के मनसरबा नाला को जलाशय से अलग कर करीब 800 मीटर काअलग रूट बनाकर डैम के डाउन के पास गिराया गया है.यहां 752 मीटर की लंबाई में भूमिगत मनसरवा नाला का निर्माण किया गया है ताकि गया शहर का गंदा पानी जलाशय में नहीं आए और यहां आने वाले तीर्थयात्री शुद्धपानी से आचमन कर सके.17 एमएम मोटी रबर मैमरेन बुलेट प्रूफ है. दावा है कि यह 100 साल तक खराब नहीं होगा, इसे हैदराबाद की नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ रूबीणा कंपनी ने बनाया है.