पटना. फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल मामले में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पटना पुलिस की ओर से गठित SIT ने गिरफ्तार संदिग्ध अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन से पूछताछ की है. इसमें चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए हैं. सूत्रों के अनुसार, पॉपुल फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के दोनों सदस्यों ने पूछताछ करने वाली टीम को बताया कि बिहार में 15000 से ज्यादा मुस्लिम युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा चुकी है. प्रशिक्षण देने के लिए प्रदेश के तकरीबन 15 जिलों में कैंप ऑफिस खोले गए थे, वहीं पूर्णिया में पीएफआई का हेडक्वार्टर बनाया गया था. सूत्रों ने यह भी बताया कि पीएफआई के बैंक खाते से तकरीबन 90 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है. आशंका जताई जा रही है कि हवाला के जरिये पीएफआई के अकाउंट में पैसा आया होगा.
देश विरोधी मुहिम चलाने के मामले में पटना पुलिस की पूछताछ में PFI से जुड़े संदिग्ध अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान इन दोनों ने पुलिस को बताया कि बिहार के अंदर PFI अब तक 15 हजार से अधिक मुस्लिम युवाओं को अस्त्र-शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग दे चुका है. युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिए राज्य के अंदर करीब 15 जिलों में कैंप ऑफिस खोले गए थे, जबकि पूर्णिया को PFI का हेडक्वार्टर बनाया गया था. ट्रेनिंग देने के लिए बेरोजगार और अनपढ़ युवाओं को टारगेट किया जाता था. युवाओं को संगठन से जोड़ने के लिए उनका ब्रेनवॉश किया जाता था. इसके बाद उन्हें कई तरह की बातें बताई जाती थीं. इसके बाद ये युवा प्रशिक्षण के लिए तैयार होते थे.
आज शाम खत्म होगी रिमांड की मियाद
दरअसल, फुलवारी शरीफ के नया टोला से 11 जुलाई को पटना पुलिस ने अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को हिरासत में लिया गया था. शुरुआती पूछताछ के बाद 13 जुलाई को इन्हें गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद फिर पूछताछ के लिए 16 जुलाई को इन्हें 48 घंटे के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया था. सोमवार की शाम 5 बजे इनके रिमांड की मियाद पूरी हो जाएगी.
पहले अलग-अलग फिर आमने-सामने बिठाकर पूछताछ
सूत्रों के अनुसार, अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन से पहले अलग-अलग करके पूछताछ की गई. बयानों में अंतर पाए जाने पर इनको आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई. इन दोनों ने पुलिस अफसरों को कई बार बरगलाने की कोशिश भी की. बताया जाता है कि दोनों सवाल का जवाब ठीक से नहीं दे रहे थे. PFI का हेडक्वार्टर बताने के बाद ही पुलिस की टीम ने पूर्णिया में छापेमारी की पर वहां से कुछ भी बरामद नहीं हुआ. ऑफिस बंद मिला और वहां अक्सर आने वाले लोग गायब थे. आधिकारिक सूत्र की मानें तो रजिस्टर पुलिस के हाथ लगी है, जिसमें वहां आने वालों का नाम-पता और मोबाइल नंबर लिखा हुआ है.
PFI के फंडिंग की होगी जांच
रिमांड पर लिए गए दोनों संदिग्धों से PFI की फंडिंग को लेकर भी कई सवाल पूछे गए हैं. कब किसने और कितने रुपए दिए, इसके बारे में पूछा गया. सूत्र बताते हैं कि PFI के बैंक अकाउंट से करीब 90 लाख रुपए के ट्रांजेक्शन होने का पता चला है. आशंका जताई जा रही है कि हवाला के जरिए PFI को रुपयों की फंडिंग की जाती थी.
आतंकी सेल में नुरुद्दीन जंगी
अब तक कुल 4 संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई है, जिनमें अतहर परवेज, मोहम्मद जलालुद्दीन, अरमान मलिक और दरभंगा निवासी एडवोकेट नुरुद्दीन जंगी शामिल हैं. शनिवार को लखनऊ से गिरफ्तार किए गए एडवोकेट को रविवार की सुबह पटना लाया गया. दिन भर की पूछताछ के बाद देर शाम को पटना सिविल कोर्ट में पेश किया गया और फिर वहां से 23 जुलाई तक के लिए ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया. नुरुद्दीन जंगी को आतंकियों वाले सेल में रखा गया है.