नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम की ओर से हाल ही में हेल्थ ट्रेड लाइसेंस फीस की दरों में बढ़ोतरी की है. इस बढ़ोतरी के बाद बैंक्वेट हॉल, होटल, गेस्ट हाउस और रेस्तरां समेत कई व्यापार से जुड़े व्यापारी नाराज हैं. इस फीस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली रेस्टोरेंट, ढाबा, रेस्तरां आदि में खाना खाना भी मंहगा हो जाएगा. इस बढ़ोतरी के खिलाफ आम आदमी पार्टी समर्थित व्यापारी संगठनों ने कल आईटीओ पर विरोध प्रदर्शन भी किया था. अब व्यापारिक संगठनों ने महापंचायत बुलाने का फैसला किया है जिसमें आगे के आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी.
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने शुक्रवार को व्यापारियों की महापंचायत बुलाई गई है. इसमें तमाम मार्केट एसोसिएशन्स और व्यापारी जगत के नेताओं को आमंत्रित किया है. सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल और उपाध्यक्ष गुरमीत अरोड़ा ने बताया कि बैठक में करीब 200 व्यापारी नेता शामिल होंगे.
आर्थिक कमजोरी का हवाला देकर एमसीडी हेल्थ ट्रेड लाइसेंस की फीस बढ़ा रही है, यह ठीक नहीं है. फीस में 50 से 500 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो रही है. हर कोई हैरान-परेशान है. इस बढ़ोतरी को वापस लेना पड़ेगा. महापंचायत में आगे की रणनीति तय होगी.
बृजेश ने बताया कि बुधवार को दिल्ली के 200 व्यापारी नेताओं ने इसके विरोध में आइटीओ पर विरोध प्रदर्शन किया था, जहां पर पुलिस ने व्यापारी नेताओं को गिरफ्तार करके राजेन्द्र नगर थाने में बंद कर दिया था. इसको लेकर व्यापारियों में भारी नाराजगी है. दिल्ली के व्यापार को पूरी तरह से चौपट करने की कोशिश है. अभी निगमों में किसी राजनीतिक दल की सत्ता नहीं है, लेकिन एमसीडी पर पूरी तरह से बीजेपी का नियंत्रण है. एमसीडी के शीर्ष अधिकारी केंद्र में शासित बीजेपी नेताओं के इशारों पर फैसला कर रहे हैं.
व्यापारी नेता का कहना है कि ट्रेड लाइसेंस की दरें बढ़ाने का सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तरी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली के इलाकों पर देखने को मिलेगा. पहले तीन अलग-अलग निगम थे, तब दोनों क्षेत्रों में मौजूद बैंक्वेट हॉल, होटल और रेस्तरां की दक्षिणी निगम क्षेत्र की तुलना में हेल्थ ट्रेड लाइसेंस की दरें कम थीं. अब तीनों निगम के एक होने पर फीस की दरें भी समान हो गई हैं.
व्यापारियों का कहना है कि दक्षिणी निगम क्षेत्र की तरह उत्तरी और पूर्वी दिल्ली विकसित नहीं है. कल की महापंचायत में व्यापारी आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनायेंगे और ट्रेड लाइसेंस फीस की बढ़ी दरों को वापस लेने की मांग की जाएगी.एमसीडी ने 94 श्रेणियों में हेल्थ लाइसेंस पंजीकरण की दरें बढ़ाई हैं. इसमें बैंक्वेट हॉल, होटल, रेस्टोरेंट के साथ जिम, सैलून, पान की दुकान, कैटरिंग, खाने-पीने की दुकान, कॉफी हाउस, धर्मशाला, बेकरी, मिठाई की दुकान, फ्लोर मिल, मेडिकल स्टोर, गेस्ट हाउस और आइसक्रीम फैक्ट्री समेत कई व्यापार शामिल हैं.