नई दिल्ली: दिल्ली सरकार और उसके राजस्व को लेकर आई कैग की रिपोर्ट से अरविंद केजरीवाल की सरकार गदगद नजर आ रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कैग की दिल्ली सरकार को लाभ में बताने वाली रिपोर्ट का हवाला देते हुए बुधवार को कहा कि ये आंकड़े ‘उसकी ईमानदारी का सबसे बड़ा सबूत’ हैं. सीएम केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) की ईमानदारी ने विरोधियों की नींद उड़ा दी है.
दरअसल, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की मंगलवार को विधानसभा में रखी रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली सरकार के पास 2015-16 से 2019-20 तक अतिरिक्त राजस्व था. हालांकि, उसने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार राजस्व अधिशेष (रेवेन्यू सरप्लस) इसलिए बनाए रख पाई क्योंकि उसके कर्मचारियों की पेंशन का खर्च केंद्र सरकार वहन करती है और दिल्ली पुलिस का खर्च केंद्रीय गृह मंत्रालय उठाता है.
कैग की रिपोर्ट पर बुधवार को अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘यह कैग की रिपोर्ट है. इन्होंने कहा है कि दिल्ली में जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तब से दिल्ली सरकार फायदे में चल रही है. यह आप सरकार की ईमानदारी का सबसे बड़ा सबूत है. इसी ईमानदारी ने हमारे विरोधियों की नींद उड़ा रखी है.’
वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि यह है केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस. जब हर राज्य सरकार को भारी राजस्व घाटे का सामना करना पड़ रहा है, यह केवल और केवल अरविंद केजरीवाल की सरकार है जो 2015 से ही रेवेन्यू सरप्लस में चल रही है. उन्होंने आगे कहा कि ईमानदार राजनीति समृद्धि लाती है.
दरअसल, कैग की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में दिल्ली सरकार ने अपना रेवेन्यू सरप्लेस मेन्टेन रखा है. दिल्ली का रेवेन्यू सरप्लस बढ़ा ही है. साल 2019-2020 की सीएजी यानी कैग ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने 7,499 करोड़ का रेवेन्यू सरप्लस हासिल किया है, जो उसके पिछले साल के मुकाबले ज्यादा ही है.