मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बागी मंत्रियों पर बड़ी कार्रवाई की है. एकनाथ शिंदे समेत अन्य 8 बागी मंत्रियों से उनके विभाग छीन लिए गए हैं. महा विकास अघाड़ी सरकार के दूसरे मंत्रियों को बागियों से छीने गए विभागों का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया कि सीएम उद्धव ठाकरे ने मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया है, ताकि जनहित के मुद्दों की उपेक्षा न हो.
आपको बता दें कि महाविकास अघाड़ी सरकार में शिवसेना के 9 मंत्री एकनाथ शिंदे गुट के साथ चले गए हैं. इसके बाद उद्धव कैबिनेट में शिवसेना के सिर्फ 3 बचे हैं, उनमें से एक खुद मुख्यमंत्री के बेटे आदित्य ठाकरे हैं. अन्य दो मंत्री सुभाष देसाई और अनिल परब हैं. इनके अलावा शिवसेना कोटे से अन्य मंत्री एकनाथ शिंदे, उदय रविंद्र सामंत, दादाजी भुसे, संजय दुलीचंद राठौड़, गुलाबराव रघुनाथ पाटिल एमवीए सरकार से बगावत करने के बाद गुवाहाटी के होटर में कैम्प कर रहे हैं.
इन मंत्रियों को सौंपा गया बागियों के विभागों का अतिरिक्त कार्यभार
मुख्यमंत्री उद्धव ने एकनाथ शिंदे के शहरी विकास, लोक निर्माण (सार्वजनिक उद्यम) विभाग का कार्यभार मंत्री सुभाष देसाई को सौंपा है. गुलाबराव रघुनाथ पाटिल के जलापूर्ति एवं स्वच्छता विभाग का जिम्मा अनिल दत्तात्रेय परब को दिया गया है. दादाजी भूसे से कृषि मंत्रालय छीनकर शंकर यशवंतराव गडख को दिया गया है. वहीं उदय सामंत से उच्च शिक्षा विभाग का जिम्मा लेकर आदित्य ठाकरे को सौंपा गया
यह बगावत नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र की जनता की चाहत है: श्रीकांत शिंदे
इससे पहले शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के समर्थन में सैंकड़ों समर्थक ठाणे में उनके आवास के बाहर जमा हुए. उनके सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे ने सोमवार को कहा, संजय राउत को दूसरों को धमकाना चाहिए, हमें नहीं. उन्होंने कहा, गुवाहाटी से लाश लाने वाले बयान से उनका क्या मतलब है? यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है. उन्होंने कहा, यह बगावत नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र की जनता की चाहत है. श्रीकांत शिंदे कल्याण से शिवसेना के सांसद हैं.