बरेली. बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर से अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी सांसद वरुण गांधी लगातार ‘अग्निपथ योजना’ पर सवाल उठा रहे हैं. वरुण गांधी ने अब अग्निवीरों के समर्थन में अपनी पेंशन तक छोड़ने का ऐलान कर दिया. वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा कि अगर कम समय की सेवा करने वाले राष्ट्ररक्षकों को पेंशन का अधिकार नहीं है, तो मैं भी पेंशन छोड़ने के लिए तैयार हूं. पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट किया, अल्पावधि की सेवा करने वाले अग्निवीर पेंशन के हकदार नही हैं तो जनप्रतिनिधियों को यह सहूलियत क्यूं? राष्ट्ररक्षकों को पेंशन का अधिकार नहीं है, तो मैं भी खुद की पेंशन छोड़ने को तैयार हूं. क्या हम विधायक-सांसद अपनी पेंशन छोड़ यह सुनिश्चित नहीं कर सकते कि अग्निवीरों को पेंशन मिले?
इससे पहले वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकरअग्निपथ’ योजना को लेकर युवाओं के कई सवालों को उठाया था. उन्होंने अपील की थी कि के कई सवालों को उठाया था. उन्होंने अपील की थी कि युवाओं को असमंजस की स्थिति से बाहर निकालने के लिए सरकार अतिशीघ्र योजना से जुड़े तथ्यों को सामने रख कर अपना पक्ष साफ करे. जिससे देश की युवा ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग सही दिशा में हो सके. पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी लगातार बेरोजगारी और अग्नीपथ योजना को लेकर अपनी ही सरकार पर निशाना साध रहे हैं.
उन्होंने कहा, पूरे देश में एक करोड़ से ज्यादा खाली पद पड़े हैं. सिर्फ परीक्षा के फॉर्म की फीस से सरकार हर साल 1300 करोड़ रुपए कमाती है. मैं पीएम मोदी से अपील करता हूं कि 10 लाख नई नौकरियां बनाएं, ये 1 करोड़ खाली पद हैं, इन पदों की ही हम भरपाई करें, तो 5-10 करोड़ लोगों का भला होगा. बता दें कि पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी चुनाव से पहले ही सपनी सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर है. यही वजह है कि बीजेपी ने वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से भी बाहर कर दिया है.