मुंबई. महाराष्ट्र के सांगली जिले की घटना ने पूरे देश को सकते में डाल दिया है. एक ही परिवार के 9 लोगों की मौत से पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया. पुलिस के साथ-साथ फॉरेंसिंक टीम भी मामले की जांच में जुटी हुई है. हर कोई अपने-अपने तरीके से इस घटना को लेकर कयास लगा रहा है. लेकिन इस घटना ने करीब 4 साल पहले दिल्ली के बुराड़ी इलाके में हुई घटना की याद दिला दी. दरअसल, ऐसी ही एक घटना साल 2018 में दिल्ली के बुराड़ी इलाके में घटी थी, जहां एक ही साथ परिवार के 11 लोगों ने फांसी लगा ली थी. इस घटना के बारे में जानकर हर कोई सन्न रह गया था. घटनास्थल पर बड़े-बड़े जांच अधिकारी के साथ-साथ राजनीतिक लोग भी पहुंचने लगे थे.
2018 में 1 जुलाई को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बुराड़ी में एक ही घर में 11 लोगों ने फांसी लगा ली थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जांच के दौरान पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि सभी की मौत फांसी के कारण हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, घर के 11 में से 10 सदस्यों की मौत फांसी के कारण हुई, तो 11वीं सबसे वरिष्ठ सदस्य नारायणी देवी का शव जमीन पर पड़ा मिला था. फांसी से मरने वाले 10 सदस्यों के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे, लेकिन उनमें से कुछ की गर्दन टूट गई थी. यही नहीं, उनकी आंखों पर पट्टी थी और हाथ-पैर भी बंधे हुए थे.
सांगली में एक ही परिवार के 9 सदस्यों की मौत को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. सांगली के एसपी दीक्षित गोदम ने बताया कि सांगली पुलिस ने 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सुसाइड नोट में उल्लेख है कि वे कुछ निजी साहूकारों से परेशान थे, जिनसे उन्होंने पैसे उधार लिए थे. इसके अलावा जब पत्रकारों ने इस घटना को दिल्ली के बुराड़ी की घटना से जोड़कर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की हर एंगल से जांच करेगी लेकिन प्रथम दृष्टया यह कर्ज के कारण आत्महत्या का मामला लग रहा है.
महाराष्ट्र के सांगली जिले में एक परिवार के नौ सदस्यों की मौत से स्तब्ध म्हैसाल गांव के निवासियों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि दिवंगत बंधु पोपट वनमोरे और माणिक वनमोरे अक्सर कहा करते थे कि उन्हें विदेश की एक कंपनी से “ढेर सारा पैसा” मिलने वाला है. एक ग्रामीण ने कहा, “दोनों परिवार के लोग पढ़े लिखे थे क्योंकि एक भाई (माणिक) पशु चिकित्सक था जबकि दूसरा (पोपट) अध्यापक था. पोपट की बेटी कोल्हापुर में एक बैंक में कार्यरत थी. पूरे परिवार ने ऐसा आत्मघाती कदम उठाया यह चौंकाने वाली बात है.”