पटना. सशस्त्र सैन्य बलों में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की ओर से लाई गई अग्निपथ योजना के खिलाफ पूरे बिहार में हिंसक विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. हिंसक प्रदर्शनकारी सरकारी संपत्तियों को निशाना बना रहे हैं. खासकर भारतीय रेल को व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचाया गया है. कई यात्री ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया तो कई रेलवे स्टेशनों पर व्यापक पैमाने पर तोड़फोड़ की गई. बेकाबू हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए बिहार के गृह विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है. इसमें रेलवे एसपी, जिला कलेक्टर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक आदि आलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है. कलेक्टर और एसपी को खासतौर पर सतर्कता बरतने और इंटेलिजेंस इनपुट पर त्वरित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है. पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिलों की पुलिस को चौकन्ना रहने को कहा गया है. दूसरी तरफ, हिंसक प्रदर्शन मामले में 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 24 से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
दरअसल, केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में गुरुवार को बिहार के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुआ था. अब हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए राज्य के गृह विभाग ने देर रात हाई अलर्ट जारी किया है. रेलवे स्टेशन और रेल पटरी की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. रेल एसपी के अलावा सभी जिलों के डीएम, एसएसपी, एसपी और प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट पर रहने और आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया है. इसके साथ ही इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर तुरंत कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं. प्रदर्शन की सूचना पर जिले के अधिकारियों को घटनास्थल पर जाकर खुद मॉनिटरिंग करने को कहा गया है.
विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश
राज्य में सबसे अधिक हिंसक प्रदर्शन शाहाबाद, गया और छपरा रेंज में हुए. इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय स्तर से इन जिलों की पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है. पुलिस प्रशासन को क्विक रिस्पांस टीम यानी क्यूआरटी को भी तैयार रखने को कहा गया है, ताकि जरूरत के अनुसार अविलंब पुलिस बल की मदद से हालात पर काबू पाया जा सके. अग्निपथ के विरोध में गुरुवार को हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस मुख्यालय ने भी अपने स्तर पर सभी जिला और रेल पुलिस को अलर्ट किया है. ADG (लॉ एंड ऑर्डर) की ओर से सेना बहाली के नए नियम के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए शुक्रवार को अतिरिक्त चौकसी बरतने को कहा गया है. संवेदनशील स्थानों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस फोर्स की तैनाती के आदेश दिए गए हैं.
कई जिलों में बवाल के बाद कार्रवाई
अग्निपथ योजना को लेकर गुरुवार को राज्य के कई जिलों में हुए बवाल के बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. तोड़फोड़, आगजनी और पथराव को लेकर करीब दो दर्जन प्राथमिकी दर्ज की गई है. उपद्रव में शामिल 100 से अधिक युवकों को गिरफ्तार किया गया है. एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) संजय कुमार सिंह ने बताया राज्य के कई जिलों में हंगामा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं को लेकर कार्रवाई की जा रही है. अब तक करीब दो दर्जन एफआईआर दर्ज की गई है और उपद्रव में शामिल 120 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.