राष्ट्रीय जनता दल के नेता और तेजस्वी यादव के करीबी डॉक्टर राम इकबाल यादव पर हमला कर उन्हें अपराधियों ने मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया ,बिहार के गोपालगंज जिले में अपराधियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दिया है. अज्ञात अपराधियों ने शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे राष्ट्रीय जनता दल के नेता और तेजस्वी यादव के करीबी डॉक्टर राम इकबाल यादव पर हमला कर दिया. उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि हमले की इस घटना में राजद नेता की मौके पर ही मौत हो गई थी. हालांकि, घटनास्थल पर पहुंचे लोग उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में ले गए थे, जहां डॉक्टरों ने डॉ. राम इकबाल यादव को मृत घोषित कर दिया था. हत्या की इस घटना से आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई. इसके साथ ही पुलिस के क्राइम कंट्रोल के दावों की भी धज्जियां उड़ गईं.
जानकारी के अनुसार, गोपालगंज में बेखौफ अपराधियों ने शादी समारोह से लौट रहे राजद नेता डॉ. राम इकबाल यादव की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी. घटना को मीरगंज थाना क्षेत्र के राजघाट गांव स्थित उनके घर के पास ही अंजाम दिया गया. मोटरसाइकिल सवार अज्ञात अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. राम इकबाल यादव सारण प्रमंडल की राजद छात्र इकाई के अध्यक्ष होने के साथ ही तेजस्वी यादव के बेहद करीबी थे. बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उन्हें निजी तौर पर भी जानते थे.
RJD नेता पर घर के समीप हमला
परिजनों ने बताया कि डॉ. राम इकबाल बीती रात बाइक से शादी समारोह में शामिल होकर घर लौट रहे थे. इसी दौरान घात लगाकर बैठे अपराधियों ने उनके घर के समीप ही ताबड़तोड़ फायरिंग कर उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया. हमलावरों ने वारदात को अंजाम देने के बाद हवाई फायरिंग करते हुए फरार हो गए. घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पहुंच गए और आनन-फानन में राजद नेता को इलाज के लिए हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल में लेकर गये, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जाता है कि राजद नेता को 3 गोलियां लगी थीं.
चुनावी रंजिश या पुरानी दुश्मनी
पुलिस को घटनास्थल से खाली कारतूस मिले हैं. बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड को चुनावी रंजिश और पुरानी दुश्मनी में अंजाम दिया गया. राजद नेता ने पंचायत चुनाव में जिलापरिषद माधुरीरी यादव के लिए कैंप किया था. इसके अलावा पड़ोसियों के साथ उनका पहले से भी विवाद चल रहा था. हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार का कहना है कि पुलिस को लिखित शिकायत नहीं मिली है. परिजनों से मामले में प्राथमिकी के लिए लिखित शिकायत मांगी गई है. पुलिस हत्या के पूरे मामले की जांच कर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुट गयी है.