दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कच्ची बस्तियों में रहने वाले लोगों के लिए पानी की एक बड़ी समस्या से निजात देने का काम किया है
इसे लेकर लोगों को अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा इन इलाकों में सीवरेज सिस्टम भी सही नहीं है, जिससे सीधे यमुना का पानी खराब होता है. ऐसे में इन दोनों समस्याओं को लेकर हाल ही में सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद केजरीवाल ने सभी कच्ची बस्तियों में पीने का साफ पानी और सीवर कनेक्शन मुहैया करवाने का आदेश दिया.
केजरीवाल ने अधिकारियों से बैठक के दौरान विभिन्न विषयों पर जानकारी ली. हिन्दुस्तान में छपी खबर के अनुसार मार्च 2021 तक तकरीबन 920 एमजीडी पानी की आपूर्ति हो रही थी. ऐसे में पिछले एक साल में इसे बढ़ाकर 986 एमजीडी किया जा चुका है. इसके अलावा 2023 के लक्ष्य की बात करें तो पानी की आपूर्ति का स्तर 1110 एमजीडी तक पहुंचाया जाएगा. बैठक के दौरान केजरीवाल ने सभी अधिकारियों का समय सीमा का ध्यान रखने की सलाह दी. उन्होंने नियत तिथि तक सभी काम पूरे करने के लिए कहा ताकि किसी भी तरह देरी की संभावना ना रहे.
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बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि कच्ची बस्तियों में 200 ट्यूबवेल लगाए जा रहे हैं. इनमें से 111 ट्यूबवेल का काम पूरा हो चुका है. वहीं, 630 कच्ची बस्तियों में से 484 को सीवर लाइन से भी जोड़ा जा चुका है. सीवर लाइन से जोड़ने का काम इसलिए भी तेजी से किया जा रहा है ताकि यमुना के पानी को साफ रखा जा सके. दरअसल कच्ची बस्तियों के सीवर का पानी सीधे यमुना में बहाया जा रहा है, जिससे पानी दूषित हो रहा है.
इसके अलावा पानी की शुद्धता के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में अभी 67.9 एमजीडी पानी को शुद्ध करके यूज में लिया जा रहा है. मार्च 2022 के अंत तक सरकार इसे 107.9 एमजीडी तक पहुंचाना चाहती है. वहीं, जून 2022 तक इसे 155.9 एमजीडी करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा अगले साल यानी जून 2023 तक इसे 528.4 एमजीडी तक बढ़ाया जाएगा.