नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) ने बुधवार को कहा कि देश को स्वदेशी हथियार प्रणाली बनाने में मदद करने के लिए निजी क्षेत्र के उद्योग को सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के साथ समान अवसर दिया जाना चाहिए। बता दें कि पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया बिपिन रावत स्मृति व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे।
स्वदेशी हथियारों से जीत पाएंगे युद्ध
भदौरिया ने कहा कि जनरल बिपिन रावत आत्मनिर्भरता के बड़े पैरोकार थे। उन्होंने आगे कहा कि युद्ध की स्थिति में हम उसे स्वदेशी हथियारों से ही जीत पाएंगे। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि निजी क्षेत्र के उद्योग को सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के साथ समान अवसर दिया जाना चाहिए ताकि देश को अपने लिए स्वदेशी हथियार प्रणाली तैयार करने में मदद मिल सके।
इसके साथ ही पूर्व वायुसेना प्रमुख ने देश के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य को परिभाषित करने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा, ‘मेरे दिमाग में, सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र यह समझना है कि हम वास्तव में क्या चाहते हैं और हमें क्या लक्ष्य रखना चाहिए और फिर अंतत: यह परिभाषित करने में सक्षम होना चाहिए कि आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए क्या आवश्यक है।’
आत्मनिर्भरता की आवश्यकता और महत्व से सभी सहमत
भदौरिया ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि आज ऐसा कोई होगा जो आत्मानिर्भरता की आवश्यकता और महत्व से सहमत नहीं होगा, लेकिन जहां तक रक्षा का संबंध है, हम आत्मानिर्भरता से क्या चाहते हैं, उसे हमें परिभाषित करने की आवश्यकता है। मेरा मानना है कि यह संपूर्ण डिजाइन और विकास करने की क्षमता है जो आत्मनिर्भरता की दिशा में हमारा अगला चरण होना चाहिए।’