मुरादाबाद। मतगणना के बाद मतदान का पैटर्न पूरी तरह से बदला-बदला नजर आया। 2007 से शुरू हुआ एक ही दल की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाने का चलन इस बार भी जारी रहा। इसमें दस आर और बढ़ा बदलाव नजर आया। अधिकांश सीटों पर मतदाताओं ने सिर्फ दो दलों का वोट दिया। इस बार जीतने वाले दल और दूसरे नंबर के प्रत्याशी के प्रत्याशियों को 80 फीसद से अधिक वोट मिले।
इसका नतीजा यह रहा कि जनपद के 51 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। कांठ विधानसभा सीट पर सपा के कमाल अख्तर को 49.42 प्रतिशत तो भाजपा के राजेश कुमार सिंह को 33.42 वोट मिले। इस प्रकार इन दोनों प्रत्याशियों को 82.84 प्रतिशत वोट मिले। ठाकुरद्वारा सीट पर सपा के नवाब जान को 48.78 और भाजपा के अजय प्रताप सिंह को 41.62 प्रतिशत मत मिले। इस प्रकार दोनों उम्मीदवारों ने कुल पड़े वोट को 90.40 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए।
वहीं, मुरादाबाद देहात में सपा के नासिर कुरैशी 56.94 प्रतिशत और भाजपा के केके मिश्रा को 34.30 फीसद वोट मिले। इन दोनों ने 91.24 प्रतिशत वोट मिले। अन्य सभी दल मिलकर 8.76 प्रतिशत वोट ही पा सके। मुरादाबाद नगर भाजपा के रितेश गुप्ता और सपा के यूसुफ अंसारी को मिलाकर 92 प्रतिशत वोट मिले। नगर क्षेत्र के लोगों ने भाजपा को 46.12 और सपा को 45.88 प्रतिशत वोट दिए।
कुंदरकी में सपा के जियाउर्रहमान ने 46.28 और भाजपा के कमल कुमार प्रजापति ने 30.4 प्रतिशत वोट पड़े। इन दोनों ने ही 76.68 फीसद वोट शेयर किए। बिलारी में यही पैटर्न रहा। भाजपा के परमेश्वर लाल सैनी को 36.73 प्रतिशत और सपा के मु. फहीम को 39.92 फीसद वोट मिले। इन दोनों ने कुल पड़े वाटों में 76.73 प्रतिशत वोट हासिल किए। 2017 में सबसे दो उम्मीदवारों को सबसे अधिक वोट प्राप्त नगर सीट पर ही पड़े थे। तब उस सीट पर भी करीब 75 प्रतिशत वोट मिले थे। अन्य सीट पर इस प्रकार से मतदान नहीं हुआ था।