उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बड़ी हार के बाद कांग्रेस में बदलाव की मांग फिर से उठने लगी है। इसी को लेकर कांग्रेस की शीर्ष समिति ने रविवार को बैठक बुलाई है। सीडब्ल्यूसी की यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होगी। पांच राज्यों में कांग्रेस की करारी हार को देखते हुए यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सूत्रों ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस में सांगठनिक चुनाव सितंबर में प्रस्तावित हैं, लेकिन नेतृत्व को लेकर उठते सवालों के बीच माना जा रहा है कि इसे समय से पहले कराया जा सकता है।
यह बैठक ऐसे वक्त हो रही है, जब कांग्रेस के असंतुष्ट धड़े जी-23 के कुछ नेताओं ने शुक्रवार रात को बैठक की थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के घर हुई इस बैठक में मनीष तिवारी और अन्य नेता शामिल हुए थे। उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा और मणिपुर में कांग्रेस कोई खास कमाल नहीं कर पाई है, वहीं पंजाब में उसने बुरे प्रदर्शन के साथ सत्ता गंवा दी है।
उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी ने चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी, लेकिन कांग्रेस महज दो सीटें ही जीत पाई। राहुल गांधी ने पूरे यूपी चुनाव में बेहद कम प्रचार किया. उसे राज्य में महज 2.4 फीसदी वोट मिला। यूपी की 380 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई।