जहाँ एक और शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने के लिए नितीश कुमार कमर कस चुके है वही उनके नाक के निचे ही भरी मात्रा शराब की बोतले मिली है बिहार में शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने के लिए हर स्तर पर कोशिश की जा रही है. लेकिन, आपको जानकर आश्चर्य होगा की शक्ति और पाबंदी के बावजूद सरकारी कार्यालय (Government Office) में भी लोग शराब पार्टी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. यह हाल तब है जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को शपथ इस बात के दिलवा चुके हैं कि वह कभी शराब नहीं पिएंगे न पीने देंगे. लेकिन, पटना में एक सरकारी ऑफिस के अंदर और उसके कैंपस में जिस तरीके से शराब की 1 और 2 नहीं 30 खाली बोतलें मिली है उससे खलबली मच गई है. मामला कोतवाली थाना इलाके का है, पुलिस ने इस मामले में एक शख्स को गिरफ्तार भी किया है. साथ ही एक एफआईआर भी पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है. लेकिन यह केस पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया है.
दरअसल कोतवाली थाना क्षेत्र के दरोगा राय पथ में बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग के सेंट्रल एक्सक्यूटिव इंजीनियर का कार्यालय है. इसी कार्यालय कैंपस में एक शख्स शराब के नशे में धुत मिला और हो हंगामा करने पर लोगों ने इसकी जानकारी कोतवाली थाने को दी गयी.कोतवाली थाने की पुलिस जब मौके पर पहुंची तब उसने शराब के नशे में धुत शख्स को अपनी हिरासत में ले लिया.
पूरे सरकारी कार्यालय को खंगाला गया
पूछताछ करने पर पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि हिरासत में लिया गया शख्स ठेकेदार का स्टाफ है और सरकारी ऑफिस का यही देखभाल भी करता है. इसके बाद जब ऑफिस को खंगाला गया तब सरकारी ऑफिस के अलग-अलग कमरों से शराब की 4 खाली बोतलें बरामद की गई. इसके बाद टीम ने पूरे ऑफिस के अंदर और बाहर पूरे कैंपस का को सर्च किया तो झाड़ी के अंदर से 26 शराब की खाली बोतलें बरामद की गई.
मद्य निषेध विभाग की टीम ने शुरू की जांच
कुल मिलाकर इस सरकारी ऑफिस से शराब की 30 खाली बोतलें पुलिस ने बरामद की. मुख्यालय से मद्य निषेध विभाग की टीम यहां पहुंची और पूरे परिसर की अपने स्तर पर छानबीन की. कोतवाली थाने के पुलिस पदाधिकारी के बयान पर इस मामले में केस दर्ज किया गया है. पुलिस अधिकारियों की मानें तो इस मामले में आगे भी जांच पड़ताल की जाती रहेगी.