उत्तरप्रदेश में भाजपा अपने सहयोगियों का ऐलान कर चुकी है, सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) अपने सहयोगी अपना दल (Apna Dal) और निषाद पार्टी (Nishad Party) के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने शुक्रवार को गोरखपुर में इसका ऐलान किया धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में अपना दल और निषाद पार्टी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी. उन्होंने भरोसा दिलाया कि बीजेपी गठबंधन 2022 के चुनाव में 2017 से भी ज्यादा सीटें मिलेगी.
उधर निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि पार्टी बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. लेकिन पार्टी का विलय नहीं होगा, पार्टी अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी. लखनऊ बीजेपी ऑफिस में हुई प्रेस कांफ्रेंस ने इस बात को भो स्पष्ट कर दिया कि पार्टी 2022 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. इस मौके पर यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह, संजय निषाद और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह मौजूद रहे.
सीटों का बंटवारा सम्मानजनक
सीटों के बंटवारे को लेकर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अपना दल और निषाद पार्टी को सम्मान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में निषाद पार्टी और अपना दल के साथ सीटों का बंटवारा सम्मानजनक होगा. इसकी जानकारी आने वाले समय में दिया जाएगा.
किसान आंदोलन पर कही ये बात
यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने किसान आंदोलन पर बोलते हुए कहा कि हमारी सरकार किसानों की करने के लिए संकल्पबद्ध है. चाहे वह किसानों की उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की बात हो या फिर आर्गेनिक खेती के लिए प्रोत्साहित करने की बात हो. हमने मार्केटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर एक लाख करोड़ खर्च किया है. बीजेपी को किसानों का आशीर्वाद प्राप्त है, खासकर छोटे किसान.
सपा ने कहा अखिलेश ही बनेंगे CM
उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 2022 में सीएम फेस बताने पर समाजवादी पार्टी ने तंज कैसा है. पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि 2022 में जनता ने मूड बना लिया है. अखिलेश यादव ही मुख्यमंत्री होंगे. ऐसे में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करना कोई मायने नहीं रहता. उन्होंने तो ये भी कह दिया कि अगर योगी आदित्यनाथ सपा ज्वाइन करते हैं तो वे मंत्री बन सकते हैं, मुख्यमंत्री नहीं.