भारत में डेल्टा वैरिएंट के आने के बाद आशंका जताई जा रही है कि यह तीसरी लहर का कारण हो सकती है. इसी बीच एक राहत की खबर है. कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा है कि तीसरी लहर आने में अभी 6-8 महीने का वक्त है. उन्होंने जुलाई या अगस्त से बच्चों को भी वैक्सीन लगने की उम्मीद जताई है. कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा, ‘आईसीएमआर ने एक स्टडी की है, उसके अनुसार कोरोना की तीसरी लहर देर से आएगी. हमारे पास 6-8 महीने का समय है. सबको टीका लगाने के लिए हमारे पास इतना वक्त है. आने वाले वक्ते में हम हर दिन 1 करोड़ टीके लगाएंगे.’
बच्चों के वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. एनके अरोड़ा ने बताया कि जुलाई के अंत या फिर अगस्त से 12-18 उम्र वर्ग के बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जाएगी. उन्होंने कहा कि जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल लगभग पूरा हो चुका है. अरोड़ा ने कहा, ‘ जायडस कैडिला वैक्सीन का ट्रायल लगभग पूरा हो गया है.’
32.17 करोड़ खुराक दी जा चुकी है
रविवार सुबह सात बजे तक जारी टीकाकरण संबंधी आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में 64.25 लाख कोविड-19 रोधी टीके लगने से अब तक देशव्यापी अभियान के तहत कुल 32.17 करोड़ खुराक दी जा चुकी है. इसके अलावा 17,45,809 और नमूनों की जांच की गई. इसके साथ ही देश में अब तक 40,18,11,892 नमूनों की जांच हो चुकी है
तीसरी लहर पर होगा वैक्सीन का असर?
सवाल उठता है कि क्या वैक्सीन की दो डोज़ लेने के बाद इस वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है? इसको लेकर दुनिया भर में इन दिनों अलग-अलग रिसर्च किए जा रहे हैं. बता दें कि कोई भी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी ये नहीं कहती है कि दो डोज़ लेने के बाद दोबारा कोरोना नहीं होगा, बल्कि सिर्फ ये दावा किया जा रहा है कि वैक्सीन लेने के बाद संक्रमण होता भी है तो आपको हॉस्पिटल जाने की नौबत नहीं आएगी.