कोरोना में मरे हुए 200 लोगो की अस्थियो को विसर्जित करने का नेक कार्य रायपुर के कांग्रेस के विधायक विनोद तिवारी ने किया है महीनों से ये अस्थियां श्मशान घाट के अलामारियों में रखी हुई थीं. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ऐसे 200 मृतकों की अस्थियों का विसर्जन नहीं हो पाया था, जिसका बीते मंगलवार को ससम्मान हिन्दु रिति-रिवाज से रायपुर के महादेव घाट में विसर्जन किया गया. रायपुर में कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने पहले सभी श्मशान घाटों से इसकी जानकारी ली कि ऐसे कितने अस्थि कलश वहां लॉकर में रखे हुए हैं जिनको अब तक विसर्जित नहीं किया गया है.
विनोदन ने बताया कि जानकारी में पता चला कि ज्यादातर अस्थियां कोरोना काल के दौरान मृत हुए लोगों की है, जिनके परिजन विसर्जन के लिए उनकी अस्थियां लेकर ही नहीं गये. ये अस्थि कलश पिछले कई महीनों से अपनों का इंतज़ार कर रही थीं. इसके बाद कांग्रेस नेता और उनके साथियों द्वारा महादेव घाट में विसर्जित कर आखिरी विदाई दी गयी. इसके लिए बकायाद रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार से अनुमति मांगी गयी और अनुमति मिले के ही तुरंत बाद महादेव घाट पहुंचकर अस्थि कलश का हिंदू परम्परा के अनुसार पूर्ण विधि-विधान के साथ पूजा पाठ कर खारून नदी में विसर्जन किया गया.
आने की उम्मीद नहीं थी
विनोद तिवारी ने कहा कि लंबा समय बीत जाने के बाद ये उम्मीद भी नहीं थी कि मृतकों के परिजन महीनों बाद अब उन अस्थियों को लेने आयेंगे ऐसे में सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए हिंदू रिति रिवाज से विसर्जन किया गया. बता दें कि इनमें उन लोगों की अस्थियां भी शामिल थी, जिनकी मौत के बाद उनके परिजन श्मशान में अंतिम संस्कार करने नहीं आये थे और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया भी प्रशासन द्वारा की गयी, लेकिन अस्थि विसर्जन के लिए प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही थी और परिजनों का इंतज़ार किया जा रहा था, लेकिन कोई भी अस्थि लेने नहीं पहुंचा. जिसके बाद विनोद तिवारी ने खारून में ही इन अस्थियों का विसर्जन किया