महाराष्ट्र सरकार में बगावत की आग अंदर ही अंदर जल रही है भले ही गठबंधन की सरकार ऊपर से सब कुछ ठीक होने का दावा कर करती है कभी NCP तो कभी कांग्रेस लगातार बगावती सुर अलापते रहते है ,
ऐसे में शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी कांग्रेस को कड़ा संदेश दिया है. उनका कहना है कि भविष्य में शिवसेना भी बिना अपनी किसी गठबंधन के अकेले चुनाव लड़ सकती है. हालांकि चूंकि अभी देश महामारी से जूझ रहा है, इसलिए चुनावी राजनीति करने का यह सभी समय नहीं है.
उद्धव ठाकरे की यह प्रतिक्रिया शिवसेना के 55वें स्थापना दिवस के मौके पर वर्चुअल मीटिंग के दौरान आई है. हाल ही में कांग्रेस ने 2024 में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव को अकेले लड़ने की इच्छा जताई थी. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने घोषणा की थी कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस से ही होगा. उन्होंने कहा था कि अगर पार्टी अनुमति देती है तो वह खुद राज्य में अगले मुख्यमंत्री का चेहरा बनने को तैयार हैं. शिवसेना का कहना है कि यह स्पष्ट है कि जब तक नाना पटोले 2024 में महाराष्ट्र में कांग्रेस का मुख्यमंत्री नहीं बना लेते, तब तक वह चुप नहीं बैठेंगे.
शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है. लेकिन अभी उचित समय नहीं है. जब तक कोरोना महामारी सबके लिए चुनौती बनी हुई है, तब तक हमें चुनावी राजनीति को दूर रखना चाहिए. इसकी जगह हमें राज्य के लोगों की बेहतरी के लिए काम करना चाहिए.’
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘किसी को अकेले चुनाव में ताकत दिखाने की जरूरत नहीं है… मेरे लिए, ‘सोलो’ शब्द भी आत्मसम्मान और आत्मगौरव से संबंधित है. अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है. जब तलवार का भार सहन करने की क्षमता ही नहीं है तो खोखले नारों का क्या फायदा है.’
शिवसेना कार्यकर्ताओं की भावना को बढ़ावा देते हुए उन्होंने कहा, ‘पिछले 55 साल में शिवसेना मजबूत हुई है. यह सत्ता की लालसा रखने वाली पार्टी नहीं है. साथ ही यह दबाव में भी नहीं झुकेगी. हमें दिवंगत बाल ठाकरे से एक समृद्ध विरासत में मिली है.’