एयर इंडिया पर बड़ा साइबर अटैक हुआ है ,जिसमें 45 लाख पैसेंजर्स के डाटा लीक हुआ है। इस डाटा लीक में भारत समेत अन्य देशों के पैसेंजर की भी जानकारी शामिल है। आपके लिए यह जानना जरूरी है कि यह डाटा लीक एयर इंडिया के सर्वर से नहीं बल्कि एयर इंडिया सर्विस प्रोवाइडर SITA के सर्वर से लीक हुआ है। यह डाटा लीक इसी साल फरवरी में हुआ था लेकिन अब इसकी जानकारी सामने आई है। बता दें कि स्विट्जरलैंड के जिनेवा में एसआईटीए का सर्वर है जहां यह साइबर अटैक हुआ है।
एयर इंडिया के इस डाटा लीक में पैसेंजर का नाम, जन्म तारीख, पासपोर्ट की पूरी जानकारी, टिकट की जानकारी और क्रेडिट कार्ड की जानकारी शामिल है। इस डाटा लीक में उन पैसेंजर के डाटा शामिल हैं जिन्होंने 11 अगस्त 2011 से 3 फरवरी 2021 के बीच एयर इंडिया से सफर किया है यानी 10 साल तक का पूरा डाटा लीक हुआ है, हालांकि एयर इंडिया का कहना है सभी पैसेंजर का नहीं, बल्कि कुछ पैसेंजर का ही डाटा लीक हुआ है।
आपको क्या करना चाहिए?
जब कोई डाटा लीक हो और यदि आपको लगता है कि आपका डाटा उस लीक में शामिल हो सकता है तो पहला काम आपको बैंक अकाउंट का पासवर्ड बदलने का करना चाहिए। इसके अलावा जितना जल्दी हो सके, अपने क्रेडिट कार्ड का पिन भी बदल दें। एयर इंडिया ने भी अपने पैसेंजर से पासवर्ड बदलने को कहा है। डाटा लीक में आपका मोबाइल नंबर भी शामिल है, ऐसे में आपके पास स्पैम मैसेज और कॉल के आने की भी संभावना है।
मैसेज के साथ आए किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें और किसी के कहने पर अपने फोन में रिमोट एक्सेस वाले एप डाउनलोड ना करें। एयरलाइन ने यह भी कहा है कि SITA के साथ पैसेंजर के क्रेडिट कार्ड का CVV/CVC नंबर शेयर नहीं किया गया है। कंपनी ने कहा है कि वह डाटा सिक्योरिटी के लिए जरूरी कदम उठा रही है।