पश्चिम बंगाल में BJP को फायदा, लेकिन सत्ता से दूर
ओपिनियन पोल के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व में TMC बहुमत के साथ तीसरी बार सरकार बनाएगी। उसे 160 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि, पिछले चुनाव के मुकाबले TMC की सीटें कम हो सकती हैं। 2016 में पार्टी ने 211 सीटें जीती थीं। 200 सीटें जीतने का दावा कर रही BJP इस बार सत्ता से दूर ही रहेगी। उसकी सीटें 100 से ज्यादा रह सकती हैं। पिछले चुनाव में उसे महज 3 सीटें मिली थीं। जमीनी स्तर पर संगठन कमजोर होने के बावजूद पार्टी का वोट प्रतिशत भी काफी बढ़ रहा है।
सर्वे के मुताबिक, गठबंधन कर चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों को बड़ा नुकसान होगा। उनके गठबंधन को अधिकतम 26 सीटें मिल सकती हैं। राज्य में 292 सीटों पर चुनाव होना है। बंगाल में ममता बनर्जी मुख्यमंत्री के लिए पसंदीदा नेता हैं। उन्हें 55% लोग पसंद करते हैं। दूसरे नंबर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष हैं।तमिलनाडु में AIADMK की सरकार जाएगी
दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में DMK-कांग्रेस गठबंधन की सत्ता में वापसी हो सकती है। सर्वे के मुताबिक, 234 सदस्यों वाली विधानसभा में यह गठबंधन 177 सीटें जीतेगा। अभी सरकार चला रही AIADMK और उसकी सहयोगी BJP के हिस्से में सीट और वोट शेयरिंग में बड़ी गिरावट आएगी। 2016 में इस गठबंधन ने 136 सीटें जीती थीं। इस साल यह संख्या 49 रह सकती है।
कमल हासन की अगुवाई वाली MNM और TTV दिनाकरन की AMMK को 3 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। राज्य में DMK के चीफ एमके स्टालिन लोगों की पहली पसंद हैं। स्टालिन को 43.1% और अभी के CM ई के पलानीस्वामी को सिर्फ 29.7% वोट मिले हैं।
असम में NDA और UPA के बीच करीबी लड़ाई
सर्व के मुताबिक, BJP की सरकार वाला असम NDA और UPA के बीच करीबी लड़ाई का गवाह बनेगा। ओपिनियन पोल में 126 सदस्यों वाली विधानसभा में सत्तारूढ़ NDA को 69 और कांग्रेस के नेतृत्व वाले UPA को 56 सीटें दी गई हैं। इस साल कांग्रेस बदरुद्दीन अजमल के AIUDF, बोडो पीपुल्स फ्रंट और 3 लेफ्ट पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है।
NDA में भाजपा के साथ असम गण परिषद शामिल हैं। 2016 में NDA ने 86 सीटें जीतकर राज्य में सत्ता हासिल की थी। UPA सिर्फ 26 सीटों पर कामयाब रहा था। हालांकि, मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे पसंदीदा विकल्प हैं। सर्वे में हिस्सा लेने वाले 46% से ज्यादा लोगों ने उन्हें सबसे बेहतर उम्मीदवार बताया। उनके बाद कांग्रेस के गौरव गोगोई (25%) हैं।
केरल में विजयन सरकार को बहुमत
ओपिनियन पोल में केरल में सत्तारूढ़ LDF के सत्ता में बने रहने का अनुमान लगाया गया है। पिनाराई विजयन की अगुवाई वाला गठबंधन 140 सदस्यीय विधानसभा में 77 सीटों पर जीत हासिल करेगा। 2016 में इस गठबंधन को 91 सीटें मिली थीं। सीटें घटने के बावजूद विजयन सरकार बहुमत हासिल करते दिख रही है।
कांग्रेस की अगुवाई वाले UDF 2016 में मिली 47 सीटों को बढ़ाकर इस बार 62 सीटें कर लेगी। यह संख्या विजयन सरकार को हटाने के लिए काफी नहीं है। BJP को इस चुनाव में कोई फायदा होने की उम्मीद नहीं है। उसके सिर्फ एक सीट जीतने की संभावना है। 2016 में भी पार्टी को एक ही सीट मिली थी।
सर्वे में शामिल 39.3% लोग विजयन ने मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं। दूसरे नंबर पर कांग्रेस नेता और पूर्व CM ओमन चांडी हैं। उन्हें 26.5% वोट मिले हैं।
सर्वे के मुताबिक, पुडुचेरी के 30 सदस्यों वाले सदन में 21 सीटों पर जीत दर्ज कर NDA की सत्ता में वापसी होगी। विश्वास मत साबित करने में नाकाम रहने पर सत्ता गंवाने वाला कांग्रेस और DMK का गठबंधन चुनाव में सिर्फ 9 सीटें जीत पाएगा। AINRC के एन रंगासामी CM पद के लिए सबसे लोकप्रिय विकल्प के रूप में उभरे हैं। लगभग 50% लोगों ने उन्हें इस पद के लिए चुना। अभी पुडुचेरी में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।
27 मार्च से शुरू होगी वोटिंग
तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में वोटिंग 6 अप्रैल को एक ही फेज में होगी। असम में 27 मार्च से 6 अप्रैल तक 3 फेज में और पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक 8 चरणों में वोटिंग होगी। सभी जगह वोटों की गिनती 2 मई को होगी।