झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भाजपा विरोधी वोटों को बिखरने से बचाने के लिए तृणमूल कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला लिया है। झारखंड के मुख्यमंत्री और JMM के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को ममता बनर्जी को चुनाव में समर्थन देने का ऐलान किया।
झारग्राम में रैली करने से ममता नाराज हो गई थीं
कुछ दिन पहले हेमंत सोरेन ने पश्चिम बंगाल के झारग्राम में एक रैली की थी। इसे विधानसभा चुनाव के लिए उनकी तैयारी माना जा रहा था। JMM की इस रैली पर TMC की चीफ ममता बनर्जी ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा विरोधी वोट रोकने के लिए काम किया था। इसलिए JMM को पहले अपने राज्य के लोगों की समस्याएं दूर करने के समाधान पर ध्यान देना चाहिए।ममता के फोन के बाद सोरेन ने लिया फैसला
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव में समर्थन के लिए उन्हें फोन किया था। उन्होंने इस मसले पर पत्र भी लिखा था। इसके बाद JMM प्रमुख शिबू सोरेन से चर्चा की गई। पार्टी में सलाह मशविरे के बाद JMM ने पश्चिम बंगाल में TMC को समर्थन देने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक ताकतें देश में पैर पसार रही हैं। उनके स्थापित होने में एक कारण JMM भी न बन जाए, इसलिए यह फैसला लिया गया है। हेमंत सोरेन ने 3-4 दिन पहले दिल्ली दौरे के दौरान भी पत्रकारों से बातचीत में इस बात के संकेत दिए थे।