दिल्ली की सीमाओं पर पिछले डेढ़ महीने से किसान लगातार केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अडिग हैं। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने भी कह दिया है कि वह अपने कदम पीछे नहीं हटाएगी। ऐसे में विरोध के स्वर लगातार बढ़ते जा रहे हैं। किसानों का हल्लाबोल गुरुवार सुबह अलग रूप में देखने को मिला। किसानों की सात दौर की वार्ता बेनतीजा रही थी, इसलिए किसानों ने अपने आंदोलन को और तेज कर दिया है। गुरुवार सुबह से ही राजधानी की सीमाओं पर ट्रैक्टर मार्च शुरू हो गया। गाजियाबाद के यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसान आज यानी गुरुवार सुबह 135 किमी लंबे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर गणतंत्र दिवस के लिए अपने ‘ट्रैक्टर मार्च’ का ‘ड्रेस रिहर्सल’ करेंगे।
गाजीपुर सीमा पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आज, हमारी ट्रैक्टर रैली डासना, अलीगढ़ रोड तक जाएगी और फिर गाजीपुर लौट जाएगी। यह 26 जनवरी को एक समान रैली के लिए पूर्वाभ्यास है। केंद्र सरकार के साथ अगले दौर की वार्ता कल आयोजित की जाएगी।
इसके कारण एनएच-9 सहित दो नेशनल हाईवे से गुजरने वाले लोगों पर इस रिहर्सल का असर होने की संभावना है। हालांकि, योगेंद्र यादव ने कहा कि ये किसान आज दिल्ली में एंटर नहीं करेंगे। इधर, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों ने कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टरों की अनुमति नहीं है।