जोड़-तोड़ की राजनीति में अव्वल भाजपा जिस पर शुरू से ही खरीद-फरोख्त का आरोप लगता आया है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय उपभोक्ता मामलों में राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल ने सोमवार को कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को यह नहीं सोचना चाहिए कि हमारी सरकार महाराष्ट्र में अस्तित्व में नहीं आएगी हम अगले दो-तीन महीनों में सरकार बनाएंगे इस पर हमने काम किया है हम सिर्फ विधान परिषद में होने वाले चुनाव को खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री औरंगाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में अगले महीने होने वाले विधान परिषद चुनाव के लिए परभणी में चुनाव प्रचार के लिए गए थे।
यहां भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “भाजपा कार्यकर्ताओं को यह नहीं सोचना चाहिए कि हमारी सरकार महाराष्ट्र में अस्तित्व में नहीं आएगी। हम अगले दो-तीन महीनों में सरकार बनाएंगे। हमने इस पर काम किया है। हम (विधान परिषद) में होने वाले चुनावों के खत्म होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।”
इसे संयोग ही कहें कि रावसाहब का यह बयान ठीक उस दिन आया है, जिस दिन आज से एक साल पहले एनसीपी नेता अजित पवार ने पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। हालांकि, यह सरकार सिर्फ 80 घंटे तक चली और दोनों को इस्तीफा देना पड़ा था।
साल 2019 में महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था। दोनों को बहुमत भी मिल गया था, लेकिन सीएम पद को लेकर शिवसेना का बीजेपी से टकराव हो गया। तकरीबन एक महीने की खींचतान के बाद शिवसेना ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया था और कांग्रेस-एनसीपी के साथ मिलकर महा-विकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार बनाई थी। तीनों पार्टियों के समर्थन से उद्धव ठाकरे राज्य के नए मुख्यमंत्री बने थे।