‘मिर्जापुर’ का पहला सीजन रगों में दौड़ने की बजाय आंखों से लहू टपकाने वाली नस्ल का तांडव रहा है। इस बार भी कहानी वहीं से फायर हो रही है। कट्टा, तमंचा, गोला, बारूद सब पहले से ज्यादा है। प्राइम वीडियो वालों ने शो को तय समय से पहले भले रिलीज कर दिया हो लेकिन रिव्यू के लिए जो दो एपीसोड समीक्षकों को भेजे गए, उसमें अभी बहुत कुछ खुलना बाकी है।
अखंडानंद उर्फ कालीन भैया का साम्राज्य विस्तार किन किन संधियों और आक्रमणों से होकर गुजरने वाला है, इसका खाका कहानी के शुरू में ही खींच दिया गया है। मूसलाधार बरसती गालियां हैं और तौल में खरीद गई गोलियां हैं। ये दुनिया आम मनोरंजन के शौकीनों के लिए नहीं है। पिछली बार का याद है ना? यहां सब कुछ इफरात में है। फौलादी जिस्म भी और जिस्मानी रिश्ते भी।
मिर्जापुर 2 ‘ की कहानी वहीं से शुरू होती है जहां मिर्जापुर की खत्म हुई थी. मुन्ना भैया अपनी रंगबाजी में हैं तो वहीं उनके पिता की नजर अपने बेटे को बाहुबली बनाने पर है. गुड्डू भैया घायल पड़े हैं और मुश्किल में हैं. इस तरह कहानी पूरे पेस के साथ शुरू होती है. मुन्ना भैया अब मिर्जापुर के बाद जौनपुर पर भी अपना जलवा चाहते हैं और अपने आप को अमर समझने लगे हैं. लेकिन कालीन भैया मुन्ना को ऐसा डोज देते हैं कि होश ही फाख्ता कर देते हैं. लेकिन बीना त्रिपाठी अपने घर के मर्दों से परेशान है और वह मास्टरस्ट्रोक चलने की तैयारी में है. इस तरह ‘मिर्जापुर 2’ में हर वह मसाला परोसा गया है, जिसके लिए यह सीजन लोकप्रिय रहा है. फिर वह चाहे वनलाइनर हों, जमकर अपशब्दों का इस्तेमाल या फिर राजनीति का घनघोर खेल. इस तरह मिर्जापुर का सीजन 2 भी नए पात्रों के आने के बावजूद पुराने पात्रों के कंधों पर ही खड़ा है.
इस बार की कहानी घायल शेरों के मुकाबले की कहानी बन चुकी है। गुड्डू पंडित को बदला लेना है, हर उस जख्म को जो उसके शरीर पर तो है डिम्पी और गोलू को भी जो अंदर तक छील गया है। बब्लू को वह भूला नहीं है। चूड़ियों की जगह अब कट्टों ने ले ली है और लड़कियों की लाली इस बार खून के रंग से आने वाली है। हर तरफ खून है। सबकी आंखों में खराबा है।
कहानी इस बार मिर्जापुर से चलकर लखनऊ तक पहुंच चुकी है। कंप्यूटर और उसके दोस्तों को लोग इस बार खूब मिस करने वाले हैं। लेकिन, जो किरदार कभी कुछ नहीं मिल करता वो बीना फिर अपना फन काढ़ चुकी हैं। इस कहानी में त्रिया चरित्र भर भरके है, लेकिन ‘मिर्जापुर 2’ के पहले दो एपीसोड्स के सुपरस्टार हैं कालीन भैया यानी अपने पंकज त्रिपाठी। सिनेमा में जोकरई करते दिखने वाले पंकज त्रिपाठी का ये रूप दिल दहला देने वाला है।