भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 77 लाख से ज्यादा हो गई है। वहीं, इस महामारी से अब तक एक लाख 16 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में सभी को कोरोना वैक्सीन का इंतजार है। ऐसे में सवाल यह उठता है वैक्सीन पर कितना खर्च आएगा और इसको लेकर सरकार की क्या तैयारियां हैं।
अभी से ही टीकाकरण की तैयारी में जुटी सरकार
बता दें कि भारत सरकार ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। सरकार पूरे देश में अभी से ही टीकाकरण की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए मोदी सरकार ने करीब 51 हजार करोड़ का अलग फंड बनाया है।
प्रति व्यक्ति को वैक्सीन लगाने का खर्च 450-550 रुपये तक
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एक सूत्र ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर कहा है कि अनुमान है कि राष्ट्र की 130 करोड़ की आबादी पर प्रति व्यक्ति को वैक्सीन लगाने का खर्च करीब 6 से 7 डॉलर यानी 450 रुपये से लेकर 550 रुपये तक आएगा
फंड की नहीं होगी कोई कमी
उन्होंने बताया कि 31 मार्च को खत्म होने रहे वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए इस पैसे का प्रावधान किया गया और इस उद्देश्य के लिए फंड की कोई कमी नहीं पड़ने दी जाएगी। हालांकि, इस संबंध में अभी वित्त मंत्रालय की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
हमें वैक्सीन को पूरी दुनिया में पहुंचाना है
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने हाल ही में कहा था कि हमें वैक्सीन को सिर्फ पड़ोसी देशों तक ही सीमित नहीं रखना है बल्कि इसे पूरी दुनिया में पहुंचाना है। उन्होंने कहा था कि वैक्सीन वितरण प्रणाली को और मजबूत करने के लिए हमें पूरे दुनिया में आईटी प्लेटफॉर्म पर जोर देना होगा। बैठक में प्रधानमंत्री ने चुनाव आयोजन की तरह टीका वितरण की ऐसी प्रणाली विकसित करने का सुझाव दिया जिसमें सरकारी और नागरिक समूहों के प्रत्येक स्तर की भागीदारी हो।
करीब 80 हजार करोड़ रुपये की जरूरत होगी
बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अदर पूनावाला ने ट्वीट कर कहा था कि पूरे देश में वैक्सीनेशन प्रोग्राम को चलाने के लिए सरकार को करीब 80 हजार करोड़ रुपये की जरूरत होगी। वहीं बायोकॉन लिमिटेड की चेयरमैन किरन मजूमदार-शॉ ने कहा था कि वैक्सीन की खरीद के बाद सबसे बड़ी समस्या इसकी घर-घर तक डिलिवरी होगी