अमेरिकी रेटिंग एजेंसी का कहना है कि इस महामारी की वजह से भारत में निजी खर्च और निवेश लंबे समय तक निचले स्तर पर रहेगा.
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 9 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया है. इससे पहले रेटिंग एजेंसी ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 5 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया था.
रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने सोमवार को 2020-21 के लिए भारत के विकास दर के अनुमान को घटाकर माइनस 9 फीसद कर दिया है. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स एशिया-प्रशांत के अर्थशास्त्री विश्रुत राणा की मानें तो कोरोना संकट की वजह से निजी आर्थिक गतिविधियां रफ्तार नहीं पकड़ पाई है. क्योंकि कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
अमेरिकी रेटिंग एजेंसी का कहना है कि इस महामारी की वजह से भारत में निजी खर्च और निवेश लंबे समय तक निचले स्तर पर रहेगा. इससे पहले एसएंडपी ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 5 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया गया था. रेटिंग एजेंसी की मानें तो चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जो कि उम्मीद से ज्यादा है.
रेटिंग एजेंसी का कहना है कि लॉकडाउन में छूट के बावजूद लोग घर से निकलने से परहेज कर रहे हैं, क्योंकि कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि जब तक कि कोरोना पर काबू नहीं पाया जाता, तब तक अर्थव्यवस्था में तेजी से रिवकरी की उम्मीद नहीं है.
इसके पहले रेटिंग एजेंसी मूडीज और फिच ने भी भारत की वृद्धि दर का अनुमान घटा दिया है. मूडीज ने चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 11.5 प्रतिशत तथा फिच ने 10.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया है.