पटना : बिहार में गुरुवार को बारिश के साथ वज्रपात होने से 83 लोगों की मौत हो गयी. वहीं, मौसम विभाग ने मौसम की वर्तमान गतिविधि और संख्यात्मक मौसम मॉडल के आकलन के अनुसार सूबे के अधिकतर इलाकों में अगले 72 घंटों के दौरान भारी से अत्यंत भारी वर्षापात और वज्रपात की संभावना जतायी है. इस दौरान जान-माल के हानि होने की आशंका जतायी है. साथ ही कहा है कि निचले स्थानों में जलजमाव, यातायात में बाधा, बिजली सेवा में बाधा, नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना है.
साथ ही मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों के लिए बिहार के 18 जिलों में अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने कहा है कि इसका मुख्य प्रभाव नेपाल के तराई से सटे क्षेत्र, उत्तर और मध्य बिहार के निम्न जिलों जैसे- पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सारण, मधुबनी, सुपौल, अररिया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार में रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने बिहार के लोगों से उचित सावधानी और सुरक्षा उपाय बरतने की सलाह दी है.
मालूम हो कि बिहार में गुरुवार को वज्रपात से गोपालगंज में 13, पूर्वी चंपारण में पांच, सीवान में छह, दरभंगा में पांच, बांका में पांच, भागलपुर में छह, खगड़िया में तीन, मधुबनी में आठ, पश्चिम चंपारण में दो, समस्तीपुर में एक, शिवहर में एक, किशनगंज में दो, सारण में एक, जहानाबाद में दो, सीतामढ़ी में एक, जमुई में दो, नवादा में आठ, पूर्णिया में दो, सुपौल में दो, औरंगाबाद में तीन, बक्सर में दो, मधेपुरा में एक और कैमूर में दो लोगों की मौत हुई है.