मेरठ. आज के दौर की बात करें तो हर किसी का सोने के आभूषणों को पहनने का मन होता है. लेकिन, सोने की शुद्धता को लेकर कई बार उपभोक्ताओं के मन में अनेक आशंकाएं बनी रहती हैं. जैसे- जो सोना वो खरीद रहे हैं, वो खरा है या फिर उनके साथ धोखा हो गया. मगर अब उपभोक्ताओं को सोने से जुड़ी सभी जानकारी मिनटों में मिल जाएंगी. केंद्र सरकार के द्वारा लागू की गई आभूषण नीति के तहत अब ज्वेलरी से संबंधित पूरा विवरण आपको ज्वेलरी स्टोर पर ही मिल जाएगा.सोने के आभूषणों में नया बदलाव किया जा रहा है. उसमें अब छह अंकों का हॉलमार्क पर यूनिक कोड होगा. यह नंबर अल्फा न्यूमैरिक है. इसके माध्यम से सोने की ज्वेलरी को ट्रेस कर के पता लगाया जा सकता है कि सोना कितने कैरेट का है, और इसे कब बनाया गया है. उत्तर प्रदेश के मेरठ के सर्राफा बाजार में हॉलमार्क सेंटर पर इस कोड की जांच हो पाएगी
खुद ही सोने की शुद्धता की पहचान कर पाएंगे, इसके लिये उपभक्ता बीआरसी मोबाइल ऐप का उपयोग कर सकते हैं. ग्राहक सोने की शुद्धता की जांच ऐप के माध्यम से करेंगे. तो वेरीफाई एचयूआईडी सेक्शन में जाकर ज्वेलरी जानकारी आसानी से मिल जाएगी. सोना कितने कैरेट का है. कब इस ज्वेलरी का निर्माण हुआ था.
भगत ज्वेलर्स की डायरेक्टर आकाश मांगलिक ने न्यूज़ 18 लोकल से फोन पर बातचीत करते हुए बताया कि उपभोक्ताओं को बेहतर ज्वेलरी उपलब्ध कराना ज्वेलर्स जिम्मेदारी होती है. इसको सभी पूरा करते हैं. ऐसे में इस हॉलमार्क यूनिक कोड के माध्यम से ज्वेलरी कितने कैरेट की है. उसकी पूरी शुद्धता की पहचान उपभोक्ता को आसानी से हो जाएगी . साथ ही, इसका पूरा विवरण केंद्र सरकार के पास भी रहेगा.