36 जिलों की पुलिस जिस शोहदे की तलाश कर रही थी, उसको यूपी 1090 की पुलिस ने कौशांबी से गिरफ्तार कर लिया. वह फोन पर महिलाओं से अश्लील बातें करके परेशान करता था और फोन काटने पर जान से मारने की धमकी देता था. उसके खिलाफ 113 महिलाओं ने शिकायत दर्ज कराई थी. आरोपी पुलिस से बचने के लिए कई फोन व फर्जी आईडी पर सिम लेकर महिलाओं को फोन करके परेशान करता था.
निरीक्षक शेरबहादुर मौर्या के मुताबिक पुलिस हेल्पलाइन 1090 नंबर पर एक युवक द्वारा फोन पर महिलाओं को परेशान करने की शिकायत आई. जब मोबाइल नंबर और मोबाइल फोन की आईईएमआई नंबर को सर्विलांस की मदद से खोजा गया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. पता चला कि यह युवक यूपी के 36 जिलों की महिलाओं को फोन कर परेशान कर रहा है, जिसको लेकर 113 महिलाओं ने शिकायतें दर्ज कराई हैं.
इसके बाद पुलिस ने एक टीम बनाकर कौशांबी के सैनी थाना क्षेत्र में लगाई गई, जिसने 24 घंटे रेकी करके कोरियों गांव निवासी रावेंद्र कुमार मौर्य को गिरफ्तार किया. आरोपी रावेन्द्र पुलिस से बचने के लिए फोन करने के दौरान लोकेशन के साथ समय-समय पर सिम बदलता रहता था. साथ ही घर की जगह खेतों में बैठकर फोन करता था.
बहुत शातिर है ये शोहदा
पुलिस टीम के मुताबिक, रावेंद्र अपने फोन से किसी भी नंबर को मिलता था. फोन लड़के के उठाने पर काट देता और लड़की के उठाने पर बातें करने लगता. जो महिला उसे फोन न करने के लिए बोलती या पुलिस की शिकायत करने की बात कहती उसे ये शोहदा जान से मारने की धमकी देता था और फोन करने के विरोध पर धमकी देता. पुलिस उसे ट्रेस न कर सके इसके लिए कई मोबाइल फोन और सिम का प्रयोग करता था. साथ ही फर्जी आईडी पर सिम लेता था.
फोन पर महिलाओं से अश्लील बात करने का दबाव बनाने वाले रावेंद्र के खिलाफ लखनऊ की 19, उन्नाव, कानपुर नगर व अम्बेडकरनगर की 7, प्रयागराज की 6, प्रतापगढ, रायबरेली व सीतापुर की 5 शहजहांपुर, हरदोई व सुल्तानपुर की 4, संतकबीर नगर, मिर्जापुर, गोरखपुर, बांदा व अमेठी की 3, गाजीपुर, बाराबंकी, आजमगढ, बहराइच व कौशाम्बी की 2 और संतरविदास नगर, सोनभद्र, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, खीरी , हमीरपुर, वाराणसी, बलरामपुर, गोंडा, जालौन, फतेहपुर, जौनपुर, आयोध्या, झांसी व कानपुर देहात से एक महिला ने शिकायत की थी. इस तरह कुल 36 जिलों की 113 महिलाओं ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
इस तरह महिलाओं को परेशान करने वाला ये युवक पुलिस के हत्थे तो चढ़ गया, लेकिन अभी भी पुलिस को ये पता करना बहुत जरूरी है कि इसके पास नए मोबाइल और नए-नए सिम लेने के लिए पैसे कहा से आते थे. कहीं इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह तो नहीं है. फिलहाल इसकी गिरफ्तारी के बाद निश्चित ही 113 महिलाओं ने राहत की सांस ली होंगी.