राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव और अन्य के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट मे जनहित याचिका दाखिल की गई है. यह जनहित याचिका हिन्दू सेना की तरफ से दाखिल की गई है. याचिका में इन नेताओं के सार्वजनिक बयान को आधार बनाया गया है.
याचिका में भारत की छवि और विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाने के इरादे से दिए गए बयान को लेकर राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव के खिलाफ केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को शिकायत दर्ज कर भ्रामक और झूठे बयान देने के लिए जांच करने और मुकदमा चलाने का निर्देश देने की मांग की गई है. याचिका में कहा गया है कि इन नेताओं ने सार्वजनिक भाषणों के दौरान झूठे और भ्रामक बयान दिए, जिसमें कहा गया कि भारत सरकार ने 2-3 बड़े उद्योगपतियों के 13 लाख करोड़ रुपये के ऋण माफ कर दिए हैं
हिन्दू सेना की जनहित याचिका पर बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट सुनवाई करेगा. याचिका में कहा कि अपने एजेंडे के अनुरूप तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेशकर केंद्र सरकार की छवि के बारे में गलत धारणा बनाने की कोशिश की गई. याचिका में कहा कि RBI के अनुसार, बट्टे खाते में डालना माफी के समान नहीं है, लेकिन नेताओं द्वारा इसको ऋण माफी को ऋण माफी के रूप में दिखाया गया
जनहित याचिका में कहा कि ऋणों को बट्टे खाते में डालने के वास्तविक अर्थ को जानबूझकर घुमाने से दर्शकों के मन में भ्रम पैदा हो गया, जिसके परिणामस्वरूप केंद्र सरकार की छवि खराब हो गई.