नई दिल्ली. देश की सबसे बड़े औद्योगिक समूहों में से एक की होल्डिंग कंपनी टाटा संस अब अपने स्वामित्व वाली टीसीएस में हिस्सेदारी बेचेगी. टाटा संस टीसीएस के करीब 2.34 करोड़ शेयर एक ब्लॉक डील के तहत बेचेगी. हर शेयर की कीमत करीब 4001 रुपये होगी. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, टाटा संस को इस डील के जरिए 9300 करोड़ रुपये की कमाई होगी. टीसीएस में 72.38 फीसदी हिस्सेदारी टाटा संस की है.
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानी टीसीएस भारत की दूसरी सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाली लिस्टेड कंपनी है. इसका मार्केट कैप 15 लाख करोड़ रुपये है. इससे ऊपर पर बस रिलायंस इंडस्ट्रीज है. रिलायंस का मार्केट कैप 19.47 लाख करोड़ रुपये है. मार्केट कैप के लिहाज से टीसीएस देश की सबसे बड़ी टेक सर्विस प्रोवाइडर है. टीसीएस के एक शेयर की कीमत सोमवार को बाजार बंद होने पर 4,144 रुपये थी.
गिरावट के साथ बंद हुए शेयर
टीसीएस के शेयरों ने आज दिन के कारोबार में अपने 52 हफ्तों के हाई 4254 रुपये के स्तर तक पहुंच गए थे. हालांकि, बाजार बंद होने तक इसमें 1.7 फीसदी की गिरावट आ गई. सोमवार को बीएसई पर यह शेयर 4,144 रुपये के स्तर पर बंद हुआ. टाटा संस ने बल्क डील के लिए जो रकम तय की है वह सोमवार को बंद से 3.6 फीसदी कम है. ऐसा संभव है कि मंगलवार को भी इसके शेयरों में गिरावट देखने को मिली.
क्यों पड़ी शेयर बेचने की जरूरत?
पिछले एक साल में टाटा संस के शेयर 30 फीसदी तक चढ़े हैं. खबरों की मानें तो टाटा संस ऐसा आईपीओ लाने से बचने के लिए कर रही है. दरअसल, आरबीआई के नियम के अनुसार, किसी भी अपर लेयर नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी के लिए बाजार में लिस्ट में होना जरूरी है. संभव है कि कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी घटाकर टाटा संस इस चक्रव्यूह से बाहर निकलने का रास्ता तलाश रही हो