ठंड आते ही विदेशी मेहमान भागलपुर पहुंचने लगते हैं और इस वर्ष कई नए पक्षी का आगमन हुआ है. यह पक्षी मछरंगा के नाम से जाना जाता है. यह रसिया का सबसे खतरनाक पक्षी है.
रसिया की यह शिकारी पक्षी 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार उड़ता है. और इससे भी अधिक तेज से अपने शिकार पर झपट्टा मरता है. यह भगलपुर में नदी-झील किनारे आपको देखने को मिलेगा
यह पक्षी कभी-कभी शिकार करने में डूब भी जाती है. दरअसल इसके पंजे में फंसे शिकार कभी छूटते नहीं है.मछरंगा का शिकार कभी पंजे से नहीं छूटता है. एक ही जगह पर कई देर तक उड़ने की क्षमता है
इस पक्षी को इंग्लिश में ऑस्प्रे कहते हैं. करीब 1 घंटे तक अपने शिकार पर नजर बनाए रखने की क्षमता रखता है. एक ही जगह पर कई देर तक उड़कर अपने शिकार को पंजे में लेता है.
यह पक्षी रसिया से यहां पहुंचती है. पुनः तीन से चार माह के प्रवास के बाद वापस अपने प्रदेश चली जाती है. मछली के शिकार करने की वजह से ही इसका नाम मछरंगा पड़ा है.