भोपाल. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच प्रदेश में नेताओं का दल बदल का खेल भी जमकर चल रहा है. अब पूर्व मंत्री अखंड प्रताप सिंह 11 नवंबर को बीजेपी में शामिल हो गए. उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सदस्यता दिलाई. सिंह वर्तमान में आम आदमी पार्टी में थे. वे बुंदेलखंड में बड़ा चेहरा माने जाते हैं. आम आदमी से पहले सिंह कांग्रेस, सपा और बसपा में भी रह चुके हैं. नेताओं के इस दल-बदल के बीच और सिंह के बीजेपी में आने से पहले पार्टी 35 बागी नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर चुकी है
बीजेपी ने विरोध में काम करने वाले और पार्टी लाइन से अलग चलने वाले नेताओं के खिलाफ हाल ही में कड़ा एक्शन लिया. बीजेपी ने 35 नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया. उसने श्योपुर से बिहारी सिंह सोलंकी, मुरैना से रुस्तम सिंह, राकेश सिंह गुर्जर, भिंड के अटेर से मुन्ना सिंह भदौरिया, भिंड के लहार से रसाल सिंह, गुना के चाचौड़ा ममता मीणा, टीकमगढ़ से केके श्रीवास्तव, छतरपुर के राजनगर से घासीराम पटेल, छतरपुर के मलहरा से करन लोधी, निवाड़ी से नंदराम कुशवाह, दमोह से शिवचरण पटेल, पन्ना के गुनौर से अनीता बागरी, सतना के चित्रकूट से सुभाष शर्मा डॉली को निकाल दिया है.
इन नेताओं पर बीजेपी गिरा चुकी गाज
इसी तरह पार्टी ने सतना से रत्नाकर चतुर्वेदी, सतना के रैगांव से रानी बागरी, सीधी से केदारनाथ शुक्ला, सिंगरौली से चंद्रप्रताप विश्वकर्मा, शहडोल से जयसिंहनगर फूलवती, अनूपपुर से छोटे सिंह, कटनी के मुड़वारा से ज्योति दीक्षित, कटनी के बड़वारा से गीता सिंह, कटना मुड़वारा से संतोष शुक्ला, छिंदवाड़ा के सौंसर से प्रदीप ठाकरे, नर्मदापुरम से भगवती चौरे, हरदा से सुरेंद्र जैन, खंडवा के मांधाता से शिवेंद्र तोमर, बुरहानपुर के नेपानगर से रतिलाल चिल्हात्रे, बुरहानपुर से हर्षवर्धन सिंह चौहान, अलीराजपुर के सुरेंद्र ठकराल, अलीराजपुर के जौबट से माधव सिंह डाबर, इंदौर के देपालपुर से राजेंद्र चौधरी, आगर के सुसनेर से संतोष जोशी, उज्जैन के महीदपुर से प्रताप आर्य, उज्जैन के बड़नगर से कुलदीप बना और नीमच के जावद से सुराना बाई को निष्कासित कर दिया.