नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में लोगों के बीच मनसा देवी माता से जुड़े एक चमत्कार की खासी चर्चा है. दावा है कि एक व्यक्ति ने इस चमत्कार को तब देखा जब मनसा देवी की आंखें अचानक बंद हो गईं. बीरभूम के दुबराजपुर में इस चमत्कार की बात तेजी से फैल गई. इस घटना को देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचने लगे, सभी ये जानने को उत्सुक थे कि यहां वास्तव में क्या हुआ है?
यह प्राचीन मनसा मंदिर बीरभूम के दुबराजपुर के दंगलतला इलाके में स्थित है. कई लोग हर दिन इस मंदिर में आते हैं और भोर होते ही दर्शन के लिए यहां पूजा दर्शन शुरू हो जाते हैं. सोमवार को सुबह मंदिर पहुंचे एक श्रद्धालु ने दावा किया कि उसने देखा कि मूर्ति की आंखें बंद थीं. यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई. इसके बाद दूर-दराज के क्षेत्रों से कई लोग इस जगह पर आने लगे. इस ‘चमत्कारी’ दृश्य को एक बार अपनी आंखों से देखना ही लोगों का एकमात्र उद्देश्य था.
पानी देते ही कैसे खुल गईं मनसा देवी की आंखें?
खबर मिलने के बाद सैनिकों ने जाकर वही घटना देखी. हालांकि बाद में मूर्ति के मुंह में पानी दिया गया और आंखें खुल गईं. कुछ स्थानीय लोगों का दावा है कि यह एक चमत्कार है, क्योंकि मूर्ति की आंखें शनिवार रात तक खुली थीं. हालांकि, कोई भी यह नहीं बता सकता था कि वास्तव में क्या हुआ था. कुछ लोगों ने सोचा कि रंग के कारण मूर्ति की आंखें बंद हो गई थीं. पानी देने से यह बह गया और अपनी मूल स्थिति में वापस आ गया. कारण जो भी हो, लेकिन इसे आसपास के इलाकों में व्यापक चर्चा के तौर पर देखा गया.
पहले कभी नहीं हुईं मूर्ति की आंखें बंद
श्रावण मास के अंतिम दिन हिंदू अपने घरों में मां मनसा देवी की पूजा करते हैं. एक स्थानीय निवासी सागोर डे ने कहा, “जब हम सुबह आए, तो हमने देखा कि मां मनसा की आंखें बंद हैं. इस घटना को देखने के बाद मंदिर परिसर में भीड़ देखी जा सकती है. इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई.