नई दिल्ली. दिल्ली सरकार और एलजी विनय सक्सेना के बीच एक बार फिर गतिरोध शुरू हो गया है. एक तरफ दिल्ली सरकार की ऊर्जा मंत्री आतिशी ने एलजी पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिजली सब्सिडी देने वाली फाइल को रोक दी है, जिससे अब दिल्ली के लोगों को सब्सिडी नहीं मिलेगी. वहीं मंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए दिल्ली एलजी कार्यालय की तरफ से भी जवाब आया. एलजी हाउस के अधिकारी ने कहा है कि ऊर्जा मंत्री को सलाह दी जाती है कि एलजी के खिलाफ अनावश्यक राजनीति और निराधार झूठे आरोपों से बचें.
LG ने कहा- प्रेस कांफ्रेंस से पहले सीएम को भेज दी गई थी फाइल
एलजी ने कहा कि बिजली सब्सिडी संबंधिL फाइल को मंजूरी दे दी गई थी और गुरुवार को हस्ताक्षर कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को फ्रेस कांफ्रेंस से पहले फाइल भेज दी गई थी. मंत्री आतिशी ने आरोप लगाया था कि शुक्रवार से दिल्ली के लोगों को दी जाने वाली सब्सिडी वाली बिजली बंद कर दी जाएगी. क्योंकि आप सरकार ने आने वाले साल के लिए सब्सिडी जारी रखने का फैसला लिया है. लेकिन वह फाइल दिल्ली के पास है और जब तक फाइल वापस नहीं आती है, तब तक आप सरकार सब्सिडी वाला बिल जारी नहीं कर सकती है.
LG ने आतिशी पर लगाया दुष्प्रचार करने का आरोप
वहीं एलजी ने आतिशी के इस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि ऊर्जा मंत्री द्वारा गलत और दुष्प्रचार वाला बयान दिया गया है. ऊर्जा मंत्री आतिशी के प्रेस वार्ता से पहले फाइल पर हस्ताक्षकर करके मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भेज दी गई थी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि ऊर्जा मंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री बताएं कि जब डेडलाइन 15 अप्रैल थी तो उन्होंने सब्सिडी के बारे में फैसला 4 अप्रैल तक पेंडिंग क्यों रखा? और 13 अप्रैल को पत्र लिखने व शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस की क्या जरूरत थी? जब फाइल पर हस्ताक्षर हो गए थे.
LG ने मंत्री आतिशी को दी सलाह
एलजी ने कहा कि मंत्री के झूठे बयानों से लोगों को गुमराह करना बंद करना चाहिए. साथ ही इससे पूर्व दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना ने पिछले 6 सालों के दौरान निजी बिजली कंपनियों को दिए गए 13,549 करोड़ रुपये का ऑडिट नहीं कराये जाने पर केजरीवाल सरकार की तीखी आलोचना की.