पटना. दुर्गा पूजा की तैयारियों के बीच मौसम में एक बार फिर से बदलाव देखने को मिल रहा है. सुबह से ही आकाश में बादल छाए हुए हैं तो अधिकतम तापमान में भी गिरावट देखी जा रही है. मौसम विभाग ने भी एक साथ राज्य के 19 जिलों के लिए वज्रपात के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है और लोगों से खतरनाक वज्रपात से बचने की भी अपील की है. जिन जिलों में अलर्ट है उनमें पटना, शेखपुरा, नालंदा, बांका नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, भागलपुर, जमुई, मुंगेर, खगडि़या, सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार जिले शामिल हैं.
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो विगत 24 घंटे में प्रदेश के गौनाहा में सबसे ज्यादा 56.6 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है; जबकि राजधानी का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है. हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि प्रदेश में पछुआ और उत्तर पछुआ हवा का प्रवाह लगातार बना हुआ है. साथ ही चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र आंध्रप्रदेश के तट से सटे पश्चिमी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है, जिसकी वजह से बारिश की संभावना बनी हुई है.
इधर, बारिश के साथ वज्रपात की आशंका को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग के कंट्रोल रूम से भी नजर रखी जा रही है और सभी जिलों को अलर्ट भी किया गया है. बारिश नहीं होने से पिछले 4 दिनों से उमस भरी गर्मी से परेशान बिहारवासियों को भी बारिश के बाद बड़ी राहत मिलेगी और मौसम भी सुहाना हो जाएगा. मगर हकीकत यह भी है कि इसी बारिश की वजह से कई जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है.
बता दें कि यूपी-उत्तराखंड और नेपाल के तराई इलाकों में हुई बारिश के कारण गंगा समेत उत्तर बिहार की कई नदियों में एक बार फिर से उफान है. गंगा नदी भागलपुर के बाद कटिहार में खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है. वहीं महानंदा नदी कटिहार के तीन स्थानों पर लाल निशान को पार कर चुकी है. उधर, कमला मधुबनी में जबकि अधवारा नदी दरभंगा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.