जयपुर. उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल की हत्याका आरोपियों से हुई पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुये हैं. इस वारदात को अपने साथी गौस मोहम्मद के साथ अंजाम देने वाला रियाज अंसारी आतंकी संगठन आईएस के संपर्क में था. रियाज आतंकी संगठन अलसूफा का सक्रिय आतंकी है. रियाज अलसूफा में मुजीब के अंडर काम करता है. टोंक का रहने वाला मुजीब अभी जेल में है. बीते 30 मार्च को रतलाम से विस्फोटक लेकर जयपुर ले जाते वक्त मुजीब चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा में पकड़ा गया था. तब जयपुर में धमाकों की साजिश थी.
रियाज अंसारी के साथ पकड़ा गया गौस मोहम्मद 2014 में पाकिस्तान गया था. वहां उसने आतंकी संगठन दावत-ए-इस्लाम से 45 दिन की ट्रेनिंग ली थी. गौस मोहम्मद के साथ 30 और लोग भी भारत से गए थे. उन्होंने भी वहां 45 दिन की ट्रेनिंग ली थी. दावत-ए-इस्लाम का ताल्लुक तहरीके लब्बेक से है. गौस मोहम्मद लगातार पाकिस्तान में तहरीके लब्बेक से संपर्क में था.
रियाज वेल्डिंग का तो गौस प्रापर्टी का काम करता है
रियाज और गौस ने तीन वाट्सएप ग्रुप बनाए थे. इनमें एक लब्बेक रसूअल्ला नाम से था. इस ग्रुप में वे युवाओं को संगठन से जोड़ने के लिये उनका ब्रेनवॉश करने काम कर रहे थे. रियाज उदयपुर में वेल्डिंग का काम कर रहा था जबकि गौस मोहम्मद प्रोपर्टी का. गौस मोहम्मद एक मस्जिद में खिदमत का भी काम कर रहा था. जांच एजेंसियों को आशंका है कि दोनों ने एक बडी स्लीपर सेल अलशूफा की खड़ी की थी
क्या देश में दंगे भड़काने की साजिाश थी
जांच एजेंसियां पूछताछ से अब ये पता लगा रही है कि क्या तहरीके लब्बेक के साथ आईएस इस आतंकी वारदात के पीछे तो नहीं है. ये भी पता लगाया जा रहा है कि कन्हैयालाल की हत्या क्या देश में दंगे भड़काने की बड़ी साजिश का हिस्सा थी. फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे मामले के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन का पता लगाने में जुटी है..