क्या कभी ऐसा हो सकता है कि तमाम सुरक्षा व्यवस्था के बीच भी कोई मुख्यमंत्री का कॉलर पकड़ ले और मुख्यमंत्री कार्रवाई करने की बजाए बदले में जमकर ठहाके लगाएं. सुनकर आश्चर्य होगा, लेकिन ऐसा हुआ है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सरेआम कॉलर पकड़ा गया है. इसके बाद भी मुख्यमंत्री ठहाके लगाते रहे. घटना कांकेर जिले में सरकार का जनता से भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान हुई.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने दिलखुश मिजाज के लिए जाने जाने जाते हैं, हंसी मजाक का कोई भी पल मुख्यमंत्री अपने हाथों से जाने नहीं देते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ कांकेर विधानसभा के बादल ग्राम के आंगनबाड़ी केंद्र में जब उन्होंने एक बच्ची को गोंद में उठाया.कांकेर में बच्ची जैसे ही मुख्यमंत्री की गोंद में पहुंची उसने मुख्यमंत्री का कालर पकड़ लिया. इसके बाद बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि इसने तो सीधा मुख्यमंत्री का ही कॉलर पकड़ लिया और जमकर ठहाके लगाए.
इसके बाद मुख्यमंत्री ने बच्ची को अपने हाथों के पंजे पर उठा लिया और कहा बच्ची को अपने हाथों से चाकलेट भी खिलाया. मुख्यमंत्री के इस खुशमिजाज रूप को देखकर हर किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट फैल गई. इसके बाद मुख्यमंत्री आंगनबाड़ी के रसोई में भी पहुंचे और अपने हाथों से माता और शिशुओं को मिलने वाले गर्म भोजन का निरीक्षण किया.
भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार का पहले साल चुनाव में और अगले दो साल कोरोना में बीते, हमने समय का उपयोग करते हुए योजनाएँ बनाई. अब योजनाओं का क्रियान्वयन हो रहा है.
कांकेर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, हाट बाज़ार क्लीनिक, नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी, गोधन न्याय जैसी अनेक अभिनव योजना शुरू की. कोंडागांव सहित बस्तर के इलाक़ों में दौरे का फायदा आम जनता को मिला है. कई लोगों की समस्या का निराकरण त्वरित हो रहा है. भेंट मुलाक़ात का फ़ायदा आम आदमी को मिल रहा है. कार्यक्रम के पहले ही लोगों के सभी होने वाले काम हो रहे हैं. शिकायत कम मिल रही है तो करवाई भी कम या ना के बराबर है.