भारत सरकार कई एक्सप्रेस वे का निर्माण करवा रही है और कई अभी भी पाइपलाइन में हैं. सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस बीच बड़ी घोषणा की है. नितिन गडकरी ने भारतमाला फेज-1 के तहत 3 अतिरिक्त एक्सप्रेस वे बनाने का ऐलान किया है. इन्हीं में से एक है वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेस वे. नया एक्सप्रेस वे 593 किलोमीटर लंबा होगा और इसे बनाने पर ₹28,500 करोड़ की लागत आने का अनुमान है. बता दें कि इससे पहले भी बिहार में कई एक्सप्रेस वे बनाने की घोषणा हो चुकी है और प्रोजेक्ट पर काम आगे भी बढ़ चुका है.
सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भारतमाला फेज-1 के तहत 3 अतिरिक्त एक्सप्रेस वे बनाने की बात कही है. घोषणा के अनुसार, वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेस वे बनाया जाएगा. इस हाईस्पीड रोड से वाराणसी से पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता जाना बेहद आसान हो जाएगा. इस हाईस्पीड रोड के बनने से न केवल आमलोगों को सुविधा होगी, बल्कि व्यवसायियों को भी काफी राहत मिलेगी. कई घंटों की यात्रा कुछ घंटों में पूरी की जा सकेगी. कमर्शियल वाहनों के साथ ही यात्री और निजी वाहनों की रफ्तार भी काफी बढ़ जाएगी. एक्सप्रेस वे का निर्माण होने के बाद धर्मनगरी वाराणसी दो राज्यों की राजधानी से सीधे जुड़ जाएगी.
सासाराम-गया भी जुड़ेगा
वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेस वे बिहार से होकर भी गुजरेगा. हाईस्पीड रोड सासाराम और गया को भी कनेक्ट करेगा. सासाराम और गया के अलावा बिहार के अन्य शहर भी वाराणसी, कोलकाता और रांची से सीधे जुड़ जाएंगे. इससे व्यावसायिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. साथ ही इस एक्सप्रेस वे के इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में बदलने की भी संभावना है. बता दें कि प्रस्तावित हाईस्पीड रोड देश के उस हिस्से से होकर गुजरेगी जो खनिज संपदा से भरपूर है.
₹42,965 करोड़ की लागत से बनेंगे 2 और एक्सप्रेसवे
वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे के साथ ही बेंगलुरु-कडपा-विजयवाड़ा और अटल प्रोग्रेसवे के निर्माण की भी घोषणा की गई है. 342.5 किलोमीटर लंबी बेंगलुरु-कडपा-विजयवाड़ा हाईस्पीड रोड पर ₹19,320 करोड़ की लागत आने का अनुमान है. वहीं, अटल प्रोग्रेसवे के निर्माण पर ₹23,645 करोड़ की लागत आ सकती है. इससे आवागमन के और आसान होने की पूरी संभावना है.