महाराष्ट्र में सरकार में आजकल सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है एक तरफ से शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस गठबंधन में दरार की खबरें आ रहीं, तो दूसरी ओर भाजपा एक्टिव हो गई है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की है। इसके साथ ही कई निर्दलीय और छोटे दल भाजपा नेताओं के संपर्क में बताए जा रहे हैं। एक मंत्री ने तो कांग्रेस के 25 विधायक के भाजपा के संपर्क में होने का भी दावा किया है।
राज ठाकरे से गडकरी की मुलाकात
कांग्रेस के 25 विधायक उद्धव सरकार से नाराज
निर्दलीय और छोटी पार्टियों को साथ लाने की कोशिश में भाजपा
महाराष्ट्र में भाजपा बहुमत से काफी पीछे है। अभी भाजपा के पास 105 विधायक हैं। भाजपा का दावा है कि कांग्रेस के 25 विधायक उनके संपर्क में हैं। इसके अलावा शिवसेना और राकांपा के भी कुछ विधायकों पर भाजपा की नजर है। अगर कांग्रेस के 25 विधायक भी पाला बदल लेते हैं तो भाजपा के पास 130 विधायक हो जाएंगे। दूसरी ओर 25 निर्दलीय और छोटे दलों के विधायक हैं (इनमें सपा और एआईएमआईएम के विधायक शामिल नहीं हैं) ।
भाजपा अगर इन्हें भी अपनी तरफ करने में कामयाब होती है तो एनडीए के पास कुल 155 सदस्य हो जाएंगे। वहीं, शिवसेना गठबंधन के पास करीब 134 विधायक ही रह जाएंगे। मतलब भाजपा सरकार बनाने में कामयाब हो सकती है। इस गणित की भी पिछले कुछ दिनों से चर्चा जारी है। इसके पीछे भाजपा नेता राव साहब दानवे का बयान है।
शिवसेना और राकांपा के विधायकों पर भी नजर
महाराष्ट्र के वरिष्ठ पत्रकार मनोहर सुले कहते हैं, ‘यह सही है कि महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार में दरार पड़ चुकी है। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस तीनों के ही कई विधायकों पर भाजपा की नजर है। अगर वह इन्हें तोड़ने में कामयाब होते हैं तो यह संभव है कि भाजपा वापस सत्ता में आ जाए।’