नई दिल्ली। रूस से जारी तनाव और युद्ध के बीच दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के बीच शांति वार्ता को लेकर बेलारूस के मिन्स्क शहर में सभी औपचारिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ये बैठक भारतीय समयानुसार दोपहर तीन बजे के बाद कभी भी हो सकती है। इस बैठक पर सभी देशों की निगाह लगी हुई है। समाचार एजेंसी तास के मुताबिक रूस का नेतृत्व राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की कर रहे हैं। उन्होंने इससे पहले बताया था कि बेलारूस के गोमेल क्षेत्र में बातचीत के लिए यूक्रेन से एक समझौता किया गया था। रूसी प्रतिनिधिमंडल पहले ही वहां पहुंच चुका है। रायटर्स ने यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के हवाले से बताया है कि यूक्रेन का एक प्रतिनिधिमंडल रूसी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के लिए बेलारूसी सीमा पर पहुंचा है।
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यूक्रेन और रूस के उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों के बीच बेलारूस की सीमा पर बातचीत शुरू हो गई है। यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार मायखाइलो पोडोलीक ने सोमवार को समाचार एजेंसी रायटर को बताया। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि वार्ता के लिए यूक्रेन का लक्ष्य तत्काल युद्धविराम और यूक्रेन से रूसी सेना की वापसी है।
तास एजेंसी के मुताबिक रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा है कि यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल को कुछ तकनीकी समस्या की वजह से देरी हुई है। उनके मुताबिक दोनों देशों के बीच बातचीत मास्को के स्थानीय समय मुताबिक लगभग 12:00 बजे शुरू होनी चाहिए। उन्होंने बताया है कि यूक्रेन का दल एक घंटा देरी से यहां पहुंच जाएगा। मेडिंस्की के मुताबिक वो पूरी रात यूक्रेन के दल का इंतजार रहे थे। उनके आने का समय बार-बार बदलता रहा।
भारत में तैनात यूक्रेन के राजदूत डॉ इगोर पोलिखा ने कहा है कि इस लड़ाई में बहुत सारे नागरिक हताहत हो रहे हैं। यूक्रेन सरकार के अनुसार रूसी शांति-संघर्ष अभियान के परिणामस्वरूप पहले से ही बम विस्फोटों, गोलाबारी आदि से 16 बच्चे मारे जा चुके हैं। उनके मुताबिक शरणार्थियों की संख्या 4 लाख को पार कर गई है। यदि जंग नहीं रुकी तो यह संख्या 70 लाख तक पहुंच सकती है। यूक्रेन छोड़ने वालों की बार्डर पर लंबी लाइन लगी है।
रायटर्स के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय का कहना है कि रूस के साथ बातचीत का उसका मुख्य लक्ष्य तत्काल युद्धविराम और रूसी सैनिकों की वापसी है।
भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिए इंडिगो A321 विमान के जरिए दो उड़ानें संचालित कर रहा है। ये उड़ानें दिल्ली से बुखारेस्ट, रोमानिया और बुडापेस्ट, हंगरी के लिए इस्तांबुल के रास्ते संचालित की जा रही हैं। इंडिगो ने कहा है कि हम ऐसी और निकासी उड़ानों के लिए अपना समर्थन देने के लिए सरकार के साथ निकट संपर्क में हैं।
प्रधान मंत्री के निर्देश पर, कैबिनेट सचिव ने राज्यों के मुख्य सचिवों से बात की और उन्हें यूक्रेन से छात्रों को वापस लाने के भारत सरकार के प्रयासों के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने जिला कलेक्टरों से कहा है कि वो ऐसे छात्रों के परिवार के सदस्यों से संपर्क करें जिनके बच्चे यूक्रेन में है और उन्हें सरकार द्वारा दी जारी सेवा से अवगत कराएं।
Airbnb के CEO का कहना है यूक्रेन से भाग रहे 100,000 शरणार्थियों को मुफ्त में घर देने के लिए काम कर रहा है।
समाचार एजेंसी पीटीआइ ने बताया था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शीर्ष अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में रक्षा मंत्री और मिलिट्री जनरल स्टाफ के प्रमुख को आदेश दिया कि परमाणु रोधी बलों को युद्ध के लिए तैयार रखा जाए। इसकी कई देशों ने कड़ी आलोचना भी की है।
रायटर्स के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन और पौलेंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा से फोन पर बात कर मदद मांगी है। जेलेंस्की ने बताया है कि सभी देश रूस के खिलाफ एक साझा कदम उठाने को तैयार हैं। इससे पहले उन्होंने भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी, यूरोपीयन यूनियन के राष्ट्रपति ऊरसुला वोन डेर लेयिन और लिथुआनिया, स्पेन और पुर्तगाल के राष्ट्र प्रमुख से भी बात की थी। उन्होंने बोरिस जानसन को कहा है कि अगले 24 घंटे यूक्रेन के लिए बेहद खास हैं।
कीव में वीकेंड कर्फ्यू हटा लिया गया है। सभी छात्रों को पश्चिमी भागों की यात्रा के लिए रेलवे स्टेशन जाने की सलाह दी गई है। यूक्रेन रेलवे निकासी के लिए विशेष ट्रेनें चला रहा है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया है कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास बुडापेस्ट (हंगरी) से छठी ऑपरेशनगंगा उड़ान के जरिए 240 भारतीय नागरिकों को वापस दिल्ली लाया जा रहा है।
एएनआई के मुताबिक यूक्रेन संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसके बाद चार मंत्रियों को यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित वापसी का जिम्मा दिया गया है। ये मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे और वहां से यूक्रेन में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने में उनकी मदद करेंगे। इन मंत्रियों में हरदीप सिंह पुरी, ज्योर्तिादित्य सिंधिया, जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह और किरण रिजिजू शामिल हैं। ये सभी केंद्रीय मंत्री विशेष दूत की हैसियत से जाएंगे। बता दें कि बीते 24 घंटों के दौरान यूक्रेन पर पीएम द्वारा बुलाई गई ये दूसरी हाई लेवल बैठक थी।
VIDEO: Ukrainians block path of Russian tanks.
AdvertisementOn the outskirts of Koryukivka people are blocking the movement of Russian soldiers. Reports suggest Russian soldiers stopped to ask for directions and were surrounded by locals to prevent them from moving towards Kyiv pic.twitter.com/sWViXmARMi
एएफपी ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें बताया गया है कि निहत्थे यूक्रेन के नागरिकों ने एक रूसी टैंक का रास्ता रोक उसको अपनी डायरेक्शन बदलने के लिए मजबूर कर दिया। वीडियो में कुछ लोग एक टैंक के आगे जाते दिखाई दे रहे हैं। ये वीडियो टैंक की राह रोकने वालों में शामिल किसी एक व्यक्ति ने ही बनाई है।
रायटर्स के मुताबिक यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से रूस का रूबल सोमवार को डालर के मुकाबले लगभग 30 फीसद तक गिर गया। खबर के मुताबिक ये एतिहासिक गिरावट है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, आफशोर ट्रेडिंग में रूबल को 27 फीसद की गिरावट के साथ 114.33 प्रति डालर पर दिखाया गया है।
एएफपी के अनुसार संयुक्त राष्ट्र महासभा का आपात विशेष सत्र आज सुबह 10 बजे (न्यूयॉर्क समयानुसार) होगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद सत्र की अध्यक्षता करेंगे।
यूक्रेन में फंसे 249 भारतीय नागरिकों को लेकर बुखारेस्ट (रोमानिया) से रवाना हुई पांचवीं आपरेशन गंगा फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। यहां पहुंचे छात्रों ने कहा कि सरकार ने हमारी बहुत मदद की है। भारतीय दूतावास द्वारा हरसंभव सहायता प्रदान की गई।