यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्धारा बुलाई गई हाईलेवल मीटिंग शुरू हो गई है। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और NSA के अधिकारी भी मौजूद हैं। बैठक में रूस-यूक्रेन संकट के आर्थिक प्रभाव और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के असर को कम करने के तरीकों को लेकर चर्चा की जाएगी।
रूस ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश के बाद एक विशेष सैन्य अभियान के तहत गुरुवार को यूक्रेन के कई शहरों में मिसाइलें दागीं और यूक्रेन के तट पर अपने सैनिकों को उतारा। पूर्वी यूरोपीय देश पर रूस के हमले से बाजारों में हलचल मच गई है। इस घटनाक्रम के बीच बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 2,700 अंक से अधिक टूट गया। इससे पहले, यूक्रेन के हवाई क्षेत्र बंद किए जाने के बाद भारतीय दूतावास ने कहा कि भारतीय नागरिकों को लेने के लिए कीव जाने वाली विशेष उड़ानें रद्द कर दीं। भारत अब एयर इंडिया की उड़ान के वापस आने के बाद और बंद यूक्रेनी हवाई क्षेत्र के कारण दिल्ली से अपने नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक मार्गों की तलाश कर रहा है।
वैकल्पिक रास्तों की हो रही तलाश
सूत्रों ने कहा कि इस बीच, आकस्मिक योजनाओं पर काम करने और निकलने के वैकल्पिक रास्तों की तलाश के लिए विदेश मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठकें की जा रही हैं। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि रूसी भाषा के कई अधिकारियों को यूक्रेन में भारत के दूतावास भेजा गया है और यूक्रेन के पड़ोसी देशों में तैनात किया जा रहा है। भारतीय दूतावास ने भी छात्रों और देश में रहने वाले अन्य लोगों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कीव रूस द्वारा लक्षित शहरों में से एक है।