पटना। बिहार में होने वाले विधान परिषद चुनाव (Bihar Legislative Council Election) के लिए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने पूर्णिया से हाजी अब्दुस सुबहान को टिकट दिया है। इस पर बिहार के पूर्व सीएम व हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Ex CM Jitan Ram Manjhi) ने अपनी पीठ थपथपाई है। उन्होंने कहा है कि धन्यवाद तेजस्वी यादव जी (Tejashwi Yadav)। उनके बयान के बाद ही राजद ने कम से कम एक और मुसलमान को तो एमएलसी का टिकट दिया। अब उन्होंने दलित और महिलाओं को भी टिकट देने की मांग कर दी है। साथ ही जातिगत जनगणना से जरूरी क्या है यह भी बताया है। तेजस्वी को धन्यवाद देने से कुछ दिन पहले 15 फरवरी को उनपर निशाना साधा था। लालू प्रसाद की सजा के दिन परिवार की मौजूदगी नहीं होने पर उन्होंने ट्वीट किया था।
13 फरवरी को मांझी ने राजद पर साधा था निशाना
राजद के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद 13 फरवरी को पूर्व सीएम ने जमकर हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि ना कोई महिला, ना कोई दलित सिर्फ एक मुसलमान। वोट चाहिए सबका, विकास सिर्फ मालदारों का। गजब, गरीबों की पार्टी गजब। बता दें कि 21 प्रत्याशियों की घोषणा के दिन मधुबनी से मेराज आलम का नाम सूची में था। तब 24 में से तीन सीटों के उम्मीदवारों का नाम नहीं बताया गया था। अब पूर्णिया से हाजी अब्दुस सुबहान का नाम उम्मीदवार के तौर पर राजद ने घोषित किया है। तो पूर्व सीएम ने तेजस्वी यादव को संबोधित करते हुए एक और ट्वीट कर दिया है।
जातिगत जनगणना से जरूरी है जाति के हिसाब से हिस्सेदारी
तेजस्वी यादव को धन्यवाद देत हुए मांझी ने कहा है कि मेरे बयान के बाद एक से एक कम एक और मुसलमान को तो एमएलसी का टिकट दे दिया। वैसे आबादी के हिसाब से मुसलमानों को पांच सीटें देनी चाहिए थी। अब लगे हाथ दलितों और महिलाओं को भी आबादी के हिसाब से टिकट दे दीजिए। जातिगत जनगणना (Caste Based Census) से जरूरी है जाति के हिसाब से हिस्सेदारी, समझें।