राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि पर भी कुछ नेता राजनीति करने से पीछे नहीं हटे। शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर गांधी जी को गोली मारने वाला असली हिंदुत्ववादी होता तो जिन्ना को गोली मारता। राउत ने कहा कि जिसने देश का विभाजन किया, जिसने पाकिस्तान की मांग की, यानि जिन्ना को गोली मारनी चाहिए थी। अगर आपमें (नाथूराम गोडसे) हिम्मत थी तो जिन्ना को गोली मारते। एक फकीर गांधी को गोली मारना ठीक नहीं था।
संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गांधी जी की कुछ भूमिकाओं पर टीका-टिप्पणियां हो सकती हैं, लेकिन उनके व्यक्तित्व पर नहीं। राष्ट्र को जोड़ने में, अहिंसा और सत्याग्रह के माध्यम से निहत्थे होकर ब्रिटिश साम्राज्यवादियों के खिलाफ पूरे देश को खड़ा करने में उनका योगदान असाधारण है।” वहीं राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया कि “एक हिंदुत्ववादी ने गांधी जी को गोली मारी थी। सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गांधी जी नहीं रहे। जहां सत्य है, वहां आज भी बापू ज़िंदा हैं!”
बता दें कि 30 जनवरी 1948 की शाम दिल्ली के बिरला हाउस में नाथूराम गोडसे नाम के हत्यारे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हिंदू महासभा का सदस्य नाथूराम गोडसे महात्मा गांधी की विचारधारा से सहमत नहीं था और खासतौर पर गांधी जी की विभाजन के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को लेकर जो सोच थी, नाथूराम उससे सबसे ज्यादा असहमत था।