केरल राज्य स्वास्थ्य विभाग ने तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों की मौत के आंकड़ों पर चिंता जाहिर किया है ,आंकड़ो के अनुसार पिछले 16 दिनों में केरल में 5300 लोगों की मौत को बैकलॉग लिस्ट में रखा गया है. केरल में साप्ताहिक मौतों में 53% की कमी आई है, लेकिन दस्तावेजों की कमी के कारण जिन मौत की रिपोर्ट नहीं जोड़ा गया था, उसे बैकलॉग के तौर पर जोड़ा गया है. इस वजह से राज्य में मौतों का आंकड़ा बढ़ा है. पिछले 16 दिनों में राज्य की कुल रिपोर्ट की गई कोरोना मौतों में से 16% को बैकलॉग के रूप में जोड़ा गया है.
इसी अवधि में, भारत में कोविड-19 से मरने वालों की कुल संख्या 7749 थी, जिसमें से अकेले केरल की बैकलॉग मृत्यु संख्या 5299 (68.38%) थी. बैकलॉग मौतों के अलावा केरल की कोरोना की मृत्यु दर 0.6% से 0.7% हो गई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर राज्य में संक्रमण की प्रवृति ऐसे ही जारी रहती है तो मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है. केरल में पिछले 24 घंटें में कोरोना वायरस संक्रमण के 6,546 नए मामले सामने आए और महामारी से 50 मरीजों की मौत हो गई. नए मामलों के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 50,08,381 हो गई और मृतकों की संख्या 33,515 पर पहुंच गई.
केरल में एक तरफ कोरोना संक्रमण के साथ-साथ वैक्सीनेशन भी तेजी से किया जा रहा है. राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार केरल में 94.3 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है, वहीं दोनों डोज 47.8 फीसदी लोगों ने ले ली है. अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन पूरा हो जाएगा राज्य में संक्रमण का ग्राफ नीचे आने लगेगा. बता दें केरल अब भी देश में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है. हालांकि बीते महीनों की स्थिति के मुकाबले अब केरल में हालात में सुधार हो रहा है. लेकिन देश के सर्वाधिक मामले में अब भी केरल से ही सामने आ रहे हैं.