हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव में हार के बाद जिस प्रकार केंद्र सरकार ने डीजल पेट्रोल के रेट पर रियायत दी अब उस लोगों ने हार की नसीहत करार दी है दरसअल हिमाचल में कुल मिलाकर पेट्रोल 12 रुपये और डीजल 17 रुपये सस्ता हुआ है. केंद्र ने जहां बुधवार को एक्साइज ड्यटी कम की थी. वहीं, हिमाचल सरकार ने दिवाली के दिन वैट (VAT) में कटौती का ऐलान किया. दोनों फैसलों से एक ही झटके में हिमाचल में पेट्रोल और डीजल के दाम सौ रुपये से नीचे आ गए. हिमाचल में अब पेट्रोल करीब 95 रुपये और डीजल करीब 82 रुपये (Petrol-Diesel Rates in Himachal) बिक रहा है.
वहीं, पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती को लोग हिमाचल उपचुनाव से जोड़कर भी देख रहे हैं, क्योंकि यहां पर उपचुनाव में कांग्रेस ने भाजपा का सूपड़ा साफ कर दिया है. लोगों का कहना है कि तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर हार की गूंज दिल्ली तक पहुंची है और इसी का असर है कि दाम कम हुए हैं.
लोगों ने सोशल मीडिया पर दी प्रतिक्रिया
सीएम जयराम ठाकुर ने अपने सोशल मीडिया पेज पर वैट में कटौती की जानकारी दी तो लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया दी. एक यूजर ने पोस्ट पर कमेंट किया कि माननीय मुख्यमंत्री महोदय इस तरह के कार्यों की निगरानी करना आपकी जिम्मेदारी बिना चुनाव के भी थी, लेकिन आप भी खास जगह पहुंच कर आम जनमानस की समस्याओं को भूल चुके हो. आपकी जिम्मेदारी भी बनती है कि आप माननीय प्रधानमंत्री जी और हाईकमान को लोगों की समस्याओं और परेशानियों से अवगत करवाते. यदि चुनाव हो ही न तो कैसे आम जनमानस जीवित रह पाएगा.
एक और यूजर ने लिखा कि पहले निचोड़ लो फिर छोड़ दो उसके फिर तुरन्त बाद जो कुछ बचा है, उसे फिर निचोड़ने पर लग जाओ. फिलहाल दीवाली की शुभकामनाएं.!
सरसों का तेल सस्ता करने की मांग
वहीं, सोशल मीडिया पर एक और प्रतिक्रिया में एक शख्स ने लिखा कि बढ़ाते 50 रुपये लीटर हैं और और घटाते 10 रुपये लीटर. ये इंसाफ तो नहीं है. खेर, अगर ये कार्य उपचुनाव से पहले करते तो शायद ये हाल भी नहीं होते. एक और शख्स ने कहा कि महोदय जी खाद्य सामग्री के ऊपर भी आग लगी है. थोडा इस और भी ध्यान दो वरना अभी तो जुबल कोटखाई में आपकी जमानत जब्त हुई है, लेकिन 2022 मैं बहुत जगह होने वाली है. एक युवक ने लिखा-हार के डोज की सख्त जरूरत थी, तभी आप लोगों को बात समझ आती है.
अभी भी हम आपको बता रहे हैं कि पेट्रोल-डीजल को GST के दायरे में लाइए, नहीं तो जनता 2022 में आपको सबक सिखायेगी. वहीं, कड़वा तेल और सिलेन्डर के दामों में कटौती की मांग की गई है. साथ ही कहा गया है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो 2022 में सफाई हो जाएगी.